लखनऊ, 4 दिसंबर . लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को संभल हिंसा के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए जाना चाहते थे. लेकिन, गाजीपुर बॉर्डर पर दोनों को रोक दिया गया. इस मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच जमकर जुबानी तीर चले हैं.
पूरे मामले पर भाजपा नेता दिनेश प्रताप सिंह ने से बात की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सांसद हैं. लेकिन, संभल में जाकर निषेधाज्ञा को तोड़ना चाहते हैं. उन्हें मालूम होना चाहिए कि वहां पर निषेधाज्ञा लागू है और इसे तोड़ना अपराध है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां की भूमि किसी को अपराध करने के लिए नहीं देंगे. अगर प्रशासन समझ रहा है कि यहां किसी के आने से स्थिति बिगड़ सकती है तो हम ऐसा नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा कि संसद में संभल की बात उठाई जा सकती है. संसद महत्वपूर्ण है और वहां उठाई गई बात को देश की जनता सुनेगी. जांच एजेंसी जांच कर रही है. जब जांच पूरी हो जाएगी तो जांच रिपोर्ट वह सदन के पटल पर प्रस्तुत कर सकते हैं, तब तक धैर्य बनाए रखें. अगर उन्हें जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं है तो उन्हें किसी पर भरोसा नहीं है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी कारतूस संभल में पाए जाते हैं तो यह राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अखिलेश यादव के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए. इस पर वो नहीं बोल रहे हैं. बांग्लादेश में हिंदू मारा जा रहा है. राहुल गांधी इस पर नहीं बोलते हैं. यह कैसे हिंदुस्तानी हैं.
बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर राहुल गांधी को रोका गया तो उन्होंने संविधान की एक कॉपी को दिखाते हुए कहा कि हम संभल में जाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस मना कर रही है.
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डीकेएम/एबीएम