लखनऊ, 4 दिसंबर . लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी बुधवार को संभल जाने के लिए निकले थे. लेकिन, गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस मामले पर कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा-मोना ने से बात की.
आराधना मिश्रा-मोना ने कहा कि आप लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संभल जाने से कैसे रोक सकते हैं. अगर वह इस दुखद घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने और संवेदना व्यक्त करने जा रहे हैं, तो क्या आप उन्हें रोक देंगे. क्या यह विपक्ष की जिम्मेदारी नहीं है कि वह लोगों के बीच खोया हुआ विश्वास बहाल करने की कोशिश करते हुए परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करें.
उन्होंने आगे कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी है, तो आप हमें किस आधार पर रोक रहे हैं. संभल में जो न्यायिक आयोग बनाया गया है, वह अपना काम कर रहा है, उसने लोगों से मिलने से किसी को नहीं रोका है. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है. इसलिए, अगर स्थिति नियंत्रण में है, तो हमें जाने दें. आप जितने लोगों को जाने देना चाहते हैं, दो या चार, हम उतने ही लोगों के साथ जाएंगे. हम कोई गड़बड़ी नहीं करना चाहते, हम अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहते हैं और शांति की अपील करना चाहते हैं.”
उन्होंने कहा, “मैं पूछना चाहती हूं कि भाजपा के नेता लगातार वहां जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा उन्हें किस आधार पर जाने दिया जा रहा है. इस देश में सभी के लिए एक ही कानून है. भाजपा वाले जाते हैं तो क्या उनके लिए कानून अलग है. भाजपा के लिए धारा 163 लागू नहीं होती है? संभल 300 किलोमीटर दूर है. मुझे लखनऊ में हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. कल रात से मेरे घर में पुलिस फोर्स लगी हुई. यह सरकार की गुंडागर्दी है.”
संभल में पाकिस्तानी कारतूस पर उन्होंने कहा है कि सवाल यह है कि संभल में कारतूस कैसे पहुंचे हैं. यह जांच एजेंसियां की विफलता है. अगर यह मालूम था कि ऐसे लोग वहां पर मौजूद हैं और चिन्हित कर लिया गया था, तो इसके बावजूद उन्हें डिटेन क्यों नहीं किया गया? आप किस बात का इंतजार कर रहे थे? संभल जाने में हमें नहीं रोका जा सकता है. हम संभल जरूर जाएंगे.
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डीकेएम/एएस