सीरिया संकट: विद्रोही गुटों का अलेप्पो और इदलिब के अहम क्षेत्रों पर कब्जा, जवाबी हमले की तैयारी में सेना

दमिश्क, 1 दिसम्बर . सीरिया संकट लगातार गहराता जा रहा है. आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) और सहयोगी विपक्षी गुट उत्तर-पश्चिमी प्रांतों अलेप्पो और इदलिब में महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर कब्जा कर चुके हैं. अब वे देश के मध्य प्रांत हमा में आगे बढ़ रहे हैं. वहीं, सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि सेना जल्द ही जवाबी हमला करेगी.

एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, अल-कायदा से संबद्ध चरमपंथी संगठन एचटीएस ने शनिवार को अलेप्पो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया. यह एचटीएस के कंट्रोल में आने वाला पहला सिविल एयरपोर्ट है. यूके बेस्ड युद्ध निगरानी संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने शनिवार को यह जानकारी दी.

एसओएचआर के हवाले से समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि विद्रोही अब हमा की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने प्रांत के उत्तरी भाग में कई शहरों और गांवों पर नियंत्रण कल लिया है. ऐसी खबरें हैं कि सीरियाई सरकारी सेनाएं तेजी से पीछे हट रही हैं.

एसओएचआर ने कहा कि विद्रोहियों की कार्रवाई से क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, इनमें ईरान समर्थित मिलिशिया की वापसी और अलेप्पो के उत्तर-पश्चिमी बाहरी इलाके में कुर्द इकाइयों की पुनः तैनाती शामिल है.

हालांकि सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने शनिवार शाम एक बयान में कहा कि हमा से सेना की वापसी के दावे निराधार हैं. इसमें कहा गया, “हम पुष्टि करते हैं कि हमारे सशस्त्र बलों की इकाइयां हामा प्रांत के उत्तरी और पूर्वी ग्रामीण इलाकों में तैनात हैं और किसी भी संभावित आतंकवादी हमले को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.”

मंत्रालय ने एक अन्य बयान में कहा, “आतंकवादी हमले का मुकाबला करने का अभियान सफलता और दृढ़ संकल्प के साथ चल रहा है और जल्द ही सभी क्षेत्रों पर कब्जा करने के लिए जवाबी हमला किया जाएगा.”

शनिवार को सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ फोन पर बातचीत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने दमिश्क के प्रति समर्थन जताया.

शनिवार को फोन पर हुई बातचीत में ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव ने सीरिया की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के साथ-साथ ‘आतंकवादी समूहों’ के खिलाफ लड़ाई में सीरियाई सरकार और सेना के प्रति ‘निर्णायक’ समर्थन व्यक्त किया.

रूसी समाचार एजेंसियों के अनुसार, रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसकी वायु सेना ने देश की सेना के समर्थन में सीरियाई विद्रोहियों पर हमले किए हैं.

मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती ने भी अपने सीरियाई समकक्ष बासम सब्बाग के साथ फोन पर बातचीत में तनाव बढ़ने पर चिंता व्यक्त की, तथा सीरियाई राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रति मिस्र के समर्थन को दोहराया.

बुधवार को, अलेप्पो के पश्चिमी ग्रामीण इलाकों में विद्रोहियों ने एक बड़ा हमला किया, जो 2016 के बाद पहला बड़ा हमला था. यह हमला विद्रोही समूहों के गठबंधन द्वारा किया गया था, इसमें मुख्य रूप से एचटीएस शामिल है. हमले का उद्देश्य सरकार के कब्जे वाले क्षेत्रों में घुसपैठ करना था.

शुक्रवार को, विद्रोहियों ने 2016 में शहर से बाहर निकाले जाने के बाद अलेप्पो के कुछ हिस्सों में अपना कब्जा जमा लिया. हमलावरों की भारी संख्या और कई हमलों का सामना करते हुए, सीरियाई सेना ने अपने बलों की अस्थायी रूप से फिर से तैनाती की घोषणा की.

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