अम्मान, 1 दिसंबर . ‘जॉर्डन हशमाइट चैरिटी संगठन’ ने जॉर्डन सशस्त्र बलों और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की मदद से गाजा पट्टी में एक नया मानवीय सहायता काफिला भेजा है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संगठन ने शनिवार को एक बयान में कहा कि काफिले में भोजन, मेडिकल सप्लाई और अन्य जरूरी वस्तुओं से भरे 50 ट्रक शामिल हैं. इनको जरूरतमंद लोगों में वितरण के लिए गाजा में संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा.
संगठन के महासचिव हुसैन शिबली ने कहा कि गाजा में लोगों की सहायता करने में जॉर्डन सबसे आगे रहेगा.
शिबली ने कहा कि जॉर्डन ने अब तक गाजा में सहायता के 4,326 ट्रक भेजे हैं. साथ ही मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के माध्यम से 53 विमान भी भेजे हैं. इसके अलावा, 390 हवाई ड्रॉप किए गए हैं, जिनमें से 124 जॉर्डन द्वारा और 266 अन्य देशों के सहयोग से किए गए हैं. वहीं, आठ हेलीकॉप्टर सहायता मिशन भी किए गए हैं.
इससे पहले ‘नियर ईस्ट में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए यूएन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी’ (यूएनआरडब्ल्यूए) ने कहा था कि गाजा ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से पिछले साल सबसे तेज नागरिक बमबारी झेली है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कहा गया है कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों की दुर्दशा दुनिया में ‘सबसे लंबे समय तक अनसुलझा शरणार्थी संकट’ बना हुआ है.
‘यूएनआरडब्ल्यूए’ की स्थापना फिलिस्तीनी शरणार्थियों को सहायता और सुरक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी, जब तक कि एक न्यायसंगत और स्थायी समाधान नहीं मिल जाता.
7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था. हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था. इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है.
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एससीएच/एमके