इंदौर, 29 नवंबर . मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में पांच दिवसीय यूरेशियन एशियन ग्रुप (ईएजी) की 41वीं प्लेनरी बैठक का समापन शुक्रवार को हुआ. इस बैठक में बताया गया कि भारत तकनीकी अनुपालन के उच्च स्तर पर है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर का यह महत्वपूर्ण आयोजन चेयरमैन तथा एफआईयू रशिया के डायरेक्टर, रोसफिन मॉनिटरिंग के निदेशक यूरी चिखानचिन की अध्यक्षता में संपन्न हुआ.
समापन अवसर पर चिखानचिन ने कहा कि एफएटीएफ के साथ संयुक्त रूप से आयोजित भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट की समीक्षा की गई और उसे मंजूरी भी प्रदान की गई.
बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत एफएटीएफ आवश्यकताओं के साथ तकनीकी अनुपालन के उच्च स्तर पर है. इसकी एएमएल, सीएफटी, सीपीएफ व्यवस्था उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर रही है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग जोखिम की समझ, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, बुनियादी और लाभकारी स्वामित्व जानकारी तक पहुंच, वित्तीय खुफिया जानकारी का उपयोग और अपराधियों को उनकी संपत्ति से वंचित करना जैसे उपाय शामिल हैं.
ईएजी के सभी सदस्यों ने भारत को नियमित अनुवर्ती श्रेणी में रखे जाने के लिए बधाई दी, जो पारस्परिक मूल्यांकन में सर्वोत्तम संभव परिणाम है. इसके अलावा ताजिकिस्तान पर एक प्रगति रिपोर्ट की भी समीक्षा की गई और उसे मंजूरी दी गई.
चिखानचिन ने कहा कि भारत के इंदौर में आयोजित बैठक में मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग से निपटने के लिए ईएजी के सभी सदस्य देश, एफएटीएफ सचिवालय, एफएटीएफ-शैली के क्षेत्रीय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ आर्मेनिया, ईरान, यूएसए, जापान, सीआईएस एटीसी, ईडीबी, ईईसी, सीआईएस कार्यकारी समिति, आईएमएफ, न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी), सीएचएफआईयू, एससीओ, अजरबैजान, नेपाल, यूएई, सऊदी अरब और श्रीलंका के पर्यवेक्षकों और आमंत्रित प्रतिनिधि मंडलों ने भाग लिया.
उन्होंने बताया कि 42वीं ईएजी प्लेनरी मीटिंग 26-30 मई 2025 को मॉस्को में आयोजित की जाएगी.
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एसएनपी/एबीएम