नई दिल्ली, 29 नवंबर . दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी की सीडब्ल्यूसी की बैठक में महाराष्ट्र और झारखंड में हाल में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों पर भी चर्चा हुई.
देवेंद्र यादव ने कहा कि बैठक में देश से जुड़े बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. बैलेट पेपर का इस्तेमाल भी बैठक के एजेंडे में था. महाराष्ट्र चुनाव और नतीजों के पीछे के कारणों पर भी चर्चा हुई.
किसी कार्यवश बैठक बीच छोड़कर आने वाले दिल्ली कांग्रेस ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ईवीएम में कुछ गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की है.
कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस पार्टी ने नए जोश के साथ वापसी की थी. लेकिन उसके बाद तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे. ‘इंडिया’ ब्लॉक ने चार में से दो राज्यों में सरकार बनाई, लेकिन “हमारा प्रदर्शन जैसा होना चाहिए था वैसा नहीं रहा. भविष्य के लिहाज से यह हमारे लिए चुनौती है”.
उन्होंने कहा कि पार्टी को तुरंत चुनावी नतीजों से सबक लेते हुए संगठन के स्तर पर अपनी सभी कमजोरियों और खामियों को दुरुस्त करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि “आपसी एकता की कमी और एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी” पार्टी को नुकसान पहुंचा रही है. यदि हम एक होकर चुनाव नहीं लड़ेंगे, आपस में एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का सिलसिला बंद नहीं करेंगे, तो अपने विरोधियों को राजनीतिक शिकस्त कैसे दे सकेंगे. इसलिए जरूरी है कि हम सख्ती से अनुशासन का पालन करें.
उन्होंने कहा, “हर हाल में एक बने रहें. पार्टी के पास अनुशासन का भी हथियार है. लेकिन हम नहीं चाहते कि अपने साथियों को किसी बंधन में डालें. इसलिए सबको यह सोचने की जरूरत है कि कांग्रेस पार्टी की जीत में ही हम सबकी जीत है और हार में हम सबकी हार है. पार्टी की ताकत से ही हमारी ताकत है.”
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डीकेएम/एकेजे