भाजपा गरीबों के हक में काम कर रही, सदस्यता अभियान से जुड़े 12 करोड़ लोग : तरुण चुघ

जम्मू, 29 नवंबर . भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने शनिवार को कई मुद्दों पर समाचार एजेंसी से खास बातचीत की. बातचीत के क्रम में उन्होंने पार्टी के सदस्यता अभियान पर विशेष जोर दिया, इस दौरान उन्होंने दावा किया कि भाजपा का यह अभियान देशभर में एक बड़े आंदोलन के रूप में फैल चुका है.

भाजपा के सदस्यता अभियान पर तरुण चुघ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने हमेशा गरीबों और वंचित वर्गों के लिए काम किया है. भाजपा देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है, हमारे साथ 12 करोड़ से अधिक लोग जुड़े हुए हैं. यह हमारे कार्यकर्ताओं और भारतीय जनता की मेहनत का नतीजा है कि आज हर गांव और हर बूथ पर लोग भाजपा के सदस्य बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का सदस्यता अभियान केवल संख्या बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि एक विचारधारा और उद्देश्य को लेकर चलाया जा रहा है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है.

कांग्रेस की ओर से ईवीएम पर लगाए गए आरोपों के जवाब में उन्होंने कहा कि जब वह चुनाव हारते हैं, तो ईवीएम को दोष देते हैं. लेकिन, हकीकत यह है कि कांग्रेस चुनावों में हारती इसलिए है क्योंकि उनका आचरण ठीक नहीं है और उनके नेता जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते. यह उनकी आदत बन गई है कि वह अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ देते हैं, जबकि हार की वजह उनकी अपनी नीतियां और कुप्रबंधन हैं.

भारत-पाकिस्तान मैच पर तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि क्रिकेट, आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. पाकिस्तान आज दुनिया भर में आतंकवाद का अड्डा बन चुका है और इस बात के सबूत हमारे पास हैं. तेजस्वी यादव को पाकिस्तान के पक्ष में बोलने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की भूमिका आतंकवाद के मामले में स्पष्ट है और ऐसे बयान देने से केवल भारत की विदेश नीति को नुकसान होता है.

बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों पर लगातार हमले हो रहे हैं, उनकी जनसंख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, यह चिंता का विषय है. इन देशों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ धार्मिक उत्पीड़न और मतांतरण की घटनाएं बढ़ रही हैं.

उन्होंने आगे कहा कि इन देशों में अल्पसंख्यकों की संख्या बढ़नी चाहिए थी, लेकिन यह घट गई है. लाखों लोग धार्मिक उत्पीड़न या जबरन धर्म परिवर्तन के कारण गायब हो गए हैं. इन तीन देशों को अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.

तरुण चुघ ने महबूबा मुफ्ती की राजनीति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महबूबा मुफ्ती के बयान उनके विचारों की दरिद्रता को प्रदर्शित करते हैं. देश में कोई ऐसी योजना नहीं है जो धर्म या जाति से जुड़ी हो. हमारी सरकार की नीतियां हमेशा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास पर आधारित हैं. उन्होंने आगे कहा कि महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी को जनता ने हमेशा नकारा है. अब वह अपनी निराशा और हार को व्यक्त करने के लिए निराधार और विषैले बयान दे रहे हैं.

पीएसके/एएस