मुजफ्फरनगर, 28 नवंबर . उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हनीट्रैप का एक मामला सामने आया है. पुलिस ने साजिश रचने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापति ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि यह लोग संगठित अपराध की साजिश कर रहे थे. तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है. कॉल रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी फुटेज ने मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई.
उन्होंने बताया कि असलम ने शौकीन और उसकी पत्नी सुहाना से सरफराज को फंसाने के लिए तीन लाख रुपये का सौदा किया, जिसमें से 50 हजार एडवांस दिए गए. योजना के तहत सरफराज को हनी ट्रैप में फंसाकर जेल भेजना था.
पुलिस ने बताया कि कॉल रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी ने पूरी पोल खोल दी है. पुलिस ने जांच के दौरान शौकीन और सुहाना के मोबाइल से कॉल रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी फुटेज बरामद की, जिससे साजिश का पर्दाफाश हुआ. कॉल में शौकीन, सुहाना को साजिश के हर पहलू की ब्रीफिंग दे रहा था.
उन्होंने बताया कि इस साजिश में सुहाना उर्फ सना, उसका पति शौकीन और एक अन्य आरोपी शामिल हैं. यह साजिश गोकशी के मामले में जेल गए असलम ने रची थी. असलम को शक था कि सरफराज नामक युवक ने उसकी मुखबिरी की थी.
पुलिस के अनुसार यह लोग सिविल लाइन थाना इलाके के सरवट फाटक के पास रह रहे थे. पुलिस जांच में पता चला कि यह दंपति पहले भी इसी तरह भोले-भाले लोगों को हनीट्रैप में फंसा चुका है. 16 नवंबर को घटी इस घटना के बाद 17 नवंबर को शौकीन ने खालापार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. लेकिन, जांच में मामला पूरी तरह उलटा निकला.
एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापति ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है.
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विकेटी/एबीएम