मुंबई, 28 नवंबर . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की करारी हार के बाद बैठकों का दौर जारी है. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने कहा है कि पार्टी का एक वर्ग चाहता है कि भविष्य में स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ना चाहिए.
कांग्रेस पर भी कई सवाल उठाए गए. जिसमें कहा गया कि जिस वक्त हमें चुनाव प्रचार करना चाहिए था. हम सीटों के बंटवारे पर चर्चा कर रहे थे.
अंबादास दानवे के बयान पर भाजपा नेता नवनीत राणा ने कहा है कि मैं आपको केवल इतना बता सकती हूं कि 2019 में जब हमने चुनाव लड़ा था, तब उनके पास कुछ ज़्यादा सीटें थीं, लेकिन उन्हें भाजपा के साथ गठबंधन भी पसंद नहीं था. आज जब उनकी सीटें कम हैं, तो उन्हें कांग्रेस का गठबंधन भी पसंद नहीं है. चाहे उनकी सीटें ज़्यादा हों या कम, उन्हें अपना गठबंधन पसंद नहीं है. इससे आप समझ सकते हैं कि जो लोग अहंकार से भरे होते हैं, उन्हें कोई भी साथी पसंद नहीं होता, चाहे वह अच्छा हो या बुरा. वे केवल अपने स्वार्थ और पद के लिए राजनीति करते हैं. उनके मन में मुख्यमंत्री बनने के सपने थे, यही वजह है कि आज उन्हें कांग्रेस भी पसंद नहीं है. मेरा मानना है कि दूसरों को महत्व देने वाला ही बदलाव ला सकता है, लेकिन जो अपने अहंकार में खोया रहता है, मुझे नहीं लगता कि वह कभी बदलेगा.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर भाजपा नेता ने कहा है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. वहां जिस तरह से उनके घरों को जलाया जा रहा है. उनके कारोबार पर हमला किया जा रहा है. संतों को गिरफ्तार किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन, विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस पर नहीं बोलेंगे क्योंकि वह वोटों की राजनीति करते हैं. कांग्रेस हमेशा बंटवारे की राजनीति करती है. बांग्लादेश की स्थिति देखने के बाद हम लोगों के आंखों में खून के आंसू है और इसलिए हम लोगों ने एक हैं तो सेफ का नारा दिया था. किसी देश में हिंदुओं के साथ गलत हो रहा है तो हम लोग एक साथ क्यों नहीं है. महाराष्ट्र में हम लोग एक साथ हैं और सुरक्षित हैं.
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डीकेएम/