भाजपा का नेतृत्व डरा हुआ है : वीएस उग्रप्पा

नई दिल्ली, 28 नवंबर . कर्नाटक के पूर्व कांग्रेस सांसद वी.एस. उग्रप्पा ने गुरुवार को से बात की. उन्होंने प्रियंका गांधी के लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ, महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के चेहरे और वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी राय रखी.

केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र से लोकसभा में पहुंची प्रियंका गांधी ने गुरुवार को सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली. इस पर पूर्व वीएस उग्रप्पा ने वायनाड के मतदाताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और ‘इंडिया’ ब्लॉक के दलों ने इसका समर्थन किया है. भाजपा का नेतृत्व डरा हुआ है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी देश के लोगों के हर मुद्दे पर लड़ रहे हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा संविधान का अनादर कर रही है. लोकसभा के अध्यक्ष संविधान के प्रावधानों के प्रति प्रतिबद्ध है. ऐसे में उन्हें भाजपा द्वारा दिए गए बयान को संज्ञान में लेना चाहिए. लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के सवाल पर वीएस उग्रप्पा ने कहा कि यह महायुति का आंतरिक मामला है. गठबंधन के सहयोगियों को तय करना है कि उनकी टीम का नेता कौन होगा. पिछली और निवर्तमान सरकार में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी, सरकार का नेतृत्व कर रही थी. लेकिन अब उनके बीच एक भ्रम है. उनके बीच आंतरिक कलह चल रहा है. वे वैचारिक रूप से नहीं, बल्कि सिर्फ सत्ता के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारी अपेक्षा है कि वे अपने राज्य और राष्ट्र के हित की रक्षा करेंगे.

वक्फ संशोधन विधेयक के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर केंद्र सरकार इसमें कोई संशोधन लाना चाहती है तो इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए. यह चर्चा तब तक होनी चाहिए, जब तक यह तय नहीं हो जाए कि इसमें संशोधन की क्या जरूरत है. अंत में चर्चा के बाद ही इस पर निर्णय ले सकते हैं.

उन्होंने कहा कि बिना चर्चा के भाजपा के नेता बयानबाजी कर रहे हैं. यह उनके एजेंडे को दर्शाता है. लोकतंत्र और देश के सभी लोगों के हित में सभी को इस विधेयक पर चर्चा करनी चाहिए और यह तय करना चाहिए कि कौन सही और कौन गलत है. इसके बाद कानून बहुत प्रभावी होगा.

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