भोपाल, 27 नवंबर . मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री लखन पटेल ने बुधवार को से खास बातचीत की. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर दिए गए अहम फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें चुनावी परिणामों में गड़बड़ी का आरोप ईवीएम पर लगाते हुए मतपत्रों से वोटिंग की मांग की गई थी. शीर्ष अदालत ने कहा था कि वही दल जब चुनाव जीतता है तो ईवीएम सही होती है और जब हारता है तो उसे दोषपूर्ण मान लिया जाता है.
लखन पटेल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सहमति जताते हुए कहा कि यह फैसला बिल्कुल सही है. जब चुनाव में दल जीतते हैं तो ईवीएम सही होती है, लेकिन जैसे ही वे हारते हैं, तो अचानक ईवीएम में गड़बड़ी की बात उठने लगती है. यह सच्चाई है और इसे अब सभी को समझना होगा.
उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम में कोई गड़बड़ी होती तो यह केवल एक राज्य या एक चुनाव में नहीं दिखती, बल्कि यह हर चुनाव में होती. उदाहरण के लिए, अगर ईवीएम में गड़बड़ी होती, तो यह स्थानीय चुनावों में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देती. लेकिन जब महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के परिणाम आए थे, तो उस समय ईवीएम सही थी और अब जब विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं, तो वही ईवीएम गड़बड़ी का कारण बन गई है.
लखन पटेल ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को जब भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ता है, तो वे हमेशा ईवीएम को दोषी ठहराते हैं. लेकिन जब वह जीतते हैं, तो ईवीएम सही होती है. यह एक पुरानी कहावत की तरह है कि अपनी बारी आई तो रोने लग गए. कांग्रेस को यह समझना होगा कि हार और जीत चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है और जब आप हारते हैं तो उसके लिए ईवीएम को दोषी ठहराना सही नहीं है.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पार्टी ने एक सीट खो दी, लेकिन इस पर कोई हंगामा नहीं हुआ. ऐसा केवल कांग्रेस पार्टी ही करती है, जो चुनाव हारने के बाद तुरंत ईवीएम पर आरोप लगाती है.
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पीएसके/एकेजे