पटना, 27 नवंबर . वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर विपक्ष विरोध कर रहा है. इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बुधवार को बात की.
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि हम लोग मना कर रहे हैं, लेकिन वह लोग शायद ही समझेंगे. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा, “क्या आपको लगता है कि ये मुस्लिमों के खिलाफ बिल लाया गया है?”
इस सवाल के जवाब में राबड़ी ने कहा, “वह समझेंगे ना, वह तो बिहार में रहते हैं. हम भी बिहार में रहते हैं. लोग समझेंगे, उनकी पार्टी समझेगी. भाजपा समझेगी. सबको बिहार में ही रहना है.”
मिथिलांचल राज्य से जुड़े एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मिथिला राज्य बनाने की मांग आज भी हमने सदन में की है. मिथिला अलग राज्य बनना चाहिए.
इधर, कांग्रेस के नेता शकील अहमद खान ने भी वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हुए कहा कि जनता दल (यू ) को यह स्पष्ट करना पड़ेगा. जदयू और इस सरकार ने वक्फ की प्रॉपर्टी पर स्कूल का प्रपोजल रखा हुआ है. कब्रिस्तान की घेराबंदी की है. लेकिन, उनका एक मंत्री पार्लियामेंट में भाजपा की भाषा बोल रहा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं.
उन्होंने आगे कहा, “अल्पसंख्यक प्रोटेक्शन संविधान का एक हिस्सा है. अनुच्छेद 25 से लेकर 30 तक पढ़ा जाए. संविधान दिवस हम लोगों ने कल मनाया है. संविधान की आत्मा में लिखा हुआ है वक्फ की प्रॉपर्टी उसी के अंतर्गत आती है. उसके खिलाफ नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को क्या लाभ मिल रहा है. वह पीएम मोद के पाले में जाकर लाभ लेना चाहते हैं.”
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को सदन में आकर बयान देना चाहिए कि उनकी पार्टी का इस मामले में क्या स्टैंड है.
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एमएनपी/एएस