बैंगलोर, 26 नवंबर . बहुप्रतीक्षित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 मेगा नीलामी के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के क्रिकेट निदेशक मो. बोबट ने नीलामी और इससे जुड़े फैसलों में टीम की सोची-समझी और साहसिक दृष्टिकोण के पीछे की रणनीति साझा की. उन्होंने जोर देकर कहा कि आरसीबी ने एक संतुलित और प्रतिस्पर्धी टीम बनाने पर ध्यान केंद्रित किया और नीलामी की अप्रत्याशित प्रकृति (अनापशनाप पैसे खर्च करने) से दूर रहा.
फिल साल्ट (11.5 करोड़), लियाम लिविंगस्टोन (8.75 करोड़) और टिम डेविड (3 करोड़) जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों को हासिल करना आरसीबी के विजन की मुख्य बात रही, जिसने शीर्ष और मध्य क्रम में आक्रामकता लाकर ‘क्रिकेट के साहसिक ब्रांड’ की प्रतिष्ठा के साथ तालमेल बिठाया. आरसीबी ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड (12.5 करोड़) को वापस लाकर एक आकर्षक गेंदबाजी यूनिट भी बनाई, जो चिन्नास्वामी ट्रैक से अच्छी तरह वाकिफ हैं, और उन्हें भारतीय स्विंग के बादशाह भुवनेश्वर कुमार (10.75 करोड़) के साथ जोड़ा. यह जोड़ी घातक हो सकती है.
मो बोबट ने कहा, “ईमानदारी से कहें तो आरसीबी ने कभी आईपीएल नहीं जीता है. अतीत में, हमने कम संख्या में खिलाड़ियों पर अधिक पैसा खर्च करने पर ध्यान केंद्रित किया है. इस साल, हमने इसे अलग तरीके से देखा, जिसका लक्ष्य शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर ज़्यादा खर्च करने के बजाय एक संतुलित टीम बनाना था. जितेश शर्मा एक हाई क्वालिटी भारतीय खिलाड़ी हैं, जो निचले क्रम में वास्तविक ताक़त जोड़ सकते हैं. वह – ऐसे खिलाड़ी हैं जो दिनेश कार्तिक (डीके) की फिनिशिंग टच को दोहराने में सक्षम हो सकते है.”
नीलामी के शुरुआती चरण में भाग न लेने और केवल उन खिलाड़ियों पर फोकस का निर्णय, जिन्हें वे वास्तव में अपने साथ चाहते थे, टीम प्रबंधन द्वारा अपनाई गई एक सोची समझी और साहसिक रणनीति थी. प्रत्येक सफल बोली ने टीम के लिए जरूरी एक प्रमुख रोल को पूरा किया और टीम में विविधता को जोड़ा, जो आगामी सीज़न और उससे आगे के व्यापक लक्ष्यों के साथ तालमेल खा रहा था.
भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा (11 करोड़) ने निचले क्रम में फिनिशिंग की ताकत जोड़ी, जिससे एक शानदार बल्लेबाजी लाइनअप तैयार हुआ, जबकि अनुभवी क्रुणाल पांड्या (5.75 करोड़) और वेस्टइंडीज के रोमारियो शेफर्ड ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों को मजबूती प्रदान की.
टीम के हेड कोच एंडी फ्लावर ने कहा,” भुवी को हासिल करना वास्तव में बहुत अच्छा था. क्रुणाल के साथ टीम में स्किल आया और आरसीबी में वापस आने वाले हेज़लवुड के आने से टीम मजबूत हुई है. क्लब में उनका वापस आना बहुत अच्छा होगा. हमने देखा कि यश दयाल ने पिछले साल क्या किया और अब हमारे पास रसिख डार भी हैं, जो एक स्थान के लिए होड़ कर रहे हैं. इसलिए मुझे लगता है कि गेंदबाजी विभाग में इस तरह का स्किल की आपको चिन्नास्वामी में जरूरत है. इसलिए, उस स्तर का स्किल हासिल करना हमारे लिए एक अच्छी बात है. खैर, वास्तव में हमारे पास हमारे कई पहले विकल्प हैं. इसलिए, हम इस समय जहां खड़े हैं, उससे वास्तव में खुश हैं.”
आरसीबी के बैटिंग कोच और मेंटर दिनेश कार्तिक ने आरसीबी की आईपीएल 2025 टीम के बारे में कहा: “सभी प्रशंसकों को लगता है कि आरसीबी के पास निश्चित रूप से अब तक की सबसे मजबूत टीमों में से एक है. हमने वह सब कुछ हासिल करने की कोशिश की है जो आरसीबी के पास नहीं था. एक मजबूत गेंदबाजी इकाई, एक बल्लेबाजी जो लगातार और शक्तिशाली हो सकती है. ऐसा एक भी खिलाड़ी नहीं है जिस पर हमने बहुत अधिक निवेश किया हो. हमने बल्लेबाजी क्रम के आसपास लगातार निवेश किया है. और मुझे लगता है कि जब आप इसे देखते हैं, तो यह आरसीबी के अच्छे पहलुओं में से एक है. हमारा लक्ष्य बड़ा प्रदर्शन करना है और हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि हम ऐसा करें और प्रशंसकों को खुश रखें.“
खिलाड़ियों को खरीदने की रणनीति ने रिजल्ट देने वाले अनकैप्ड खिलाड़ियों में मजबूत भरोसे को भी दर्शाया. ये मैनेजमेंट द्वारा बनाए जाने वाले बोल्ड आउटफिट की जरूरतों को पूरा करता है. सुयश शर्मा (2.2 करोड़) और रसिख डार (6 करोड़) की खरीद उस मानसिकता को रेखांकित करती है. रसिख, जो आईपीएल 2024 में विशेष रूप से किफायती गेंदबाज के रूप में उभरे, और सुयश, जिनकी स्पिन गेंदबाजी ने कई बल्लेबाजों को परेशान किया, उस उद्देश्य का हिस्सा बने.
आरसीबी आईपीएल नीलामी 2025 खरीदे गए खिलाड़ी:
लियाम लिविंगस्टोन (8.75 करोड़), फिल साल्ट (11.5 करोड़), जितेश शर्मा (11 करोड़), जोश हेज़लवुड (12.5 करोड़), रसिख डार (6 करोड़), सुयश शर्मा (2.2 करोड़), क्रुणाल पांड्या (5.75 करोड़), भुवनेश्वर कुमार (10.75 करोड़), स्वप्निल सिंह (50 लाख), टिम डेविड (3 करोड़), रोमारियो शेफर्ड (1.5 करोड़), नुवान तुषारा (1.6 करोड़), जैकब बेथेल (2.6 करोड़), मनोज भंडाले (30 लाख), देवदत्त पडिक्कल (2 करोड़), स्वास्तिक छिकारा (30 लाख), लुंगी एनगिडी (1 करोड़), अभिनंदन सिंह (30 लाख), मोहित राठी (30 लाख).
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आरआर/