नई दिल्ली, 26 नवंबर . एनसीसी कैडेट्स को दिल्ली सरकार की ओर से तोहफा मिला है. दिल्ली सरकार द्वारा एनसीसी भवन रोहिणी में वर्ल्ड क्लास शूटिंग रेंज का शुभारंभ किया गया है. मंगलवार को सीएम आतिशी ने एनसीसी कैडेट्स के लिए देश के इस पहले अंडरग्राउंड शूटिंग रेंज का उद्घाटन किया.
इस मौके पर सीएम आतिशी ने कहा कि शूटिंग महंगा स्पोर्ट्स है, लेकिन खिलाड़ियों की प्रतिभा के आड़े पैसा न आए इसलिए दिल्ली सरकार ने इस अत्याधुनिक शूटिंग रेंज की शुरुआत की है. हमारे युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है, मुझे उम्मीद है कि भारत का अगला ओलंपिक गोल्ड इस शूटिंग रेंज से ट्रेनिंग लिए खिलाड़ी लेकर आएंगे. हमारे देश में प्रतिभा, जज्बा, प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है. अगर हमारे युवाओं को सही दिशा मिलती है, तो भारत को दुनिया का नंबर.1 देश बनने से कोई नहीं रोक सकता है. यह शूटिंग रेंज 24 घंटे और साल में 365 दिन खुला रहेगा. यह फायरिंग रेंज बुलेट प्रूफ सीलिंग, 6 फायरिंग लेन, इलेक्ट्रॉनिक टारगेट कंट्रोल सिस्टम सहित तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है.
आतिशी ने कहा कि इस शूटिंग रेंज को देखकर बहुत खुशी हुई कि, यहां इतना एडवांस्ड शूटिंग रेंज हमारे एनसीसी कैडेट्स के लिए बनकर तैयार हुआ है. यह ऑल वेदर अंडरग्राउंड शूटिंग रेंज 24 घंटे और साल में 365 दिन ट्रेनिंग के लिए खुला रहेगा. यह रेंज अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इसमें एडवांस फायरिंग प्वाइंट्स, ऑटोमेटेड टारगेट सिस्टम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. शूटिंग एक ऐसा स्पोर्ट्स है, जिसमें हमेशा भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया है. चाहे अभी वर्तमान में 2024 पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर, सरबजोत सिंह द्वारा ब्रॉन्ज मेडल जीतना हो, गगन नारंग-अभिनव बिंद्रा द्वारा ओलंपिक में भारत का मान बढ़ाना हो. मुझे उम्मीद है कि भारत का अगला ओलंपिक गोल्ड इस शूटिंग रेंज से ट्रेनिंग लिए खिलाड़ी लेकर आएंगे.
उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स ट्रेनिंग हमेशा बहुत महंगा होता है. हम अक्सर देखते हैं कि बहुत से प्रतिभाशाली युवा इसलिए ट्रेनिंग नहीं ले पाते हैं क्योंकि स्पोर्ट्स ट्रेनिंग बहुत महंगा होता है. शूटिंग भी एक ऐसा ही स्पोर्ट्स है, जिसमें सभी इक्विपमेंट्स, कोचिंग आदि बहुत महंगे होते हैं, इसमें लाखों में खर्च होता है. इसलिए, बहुत सारे प्रतिभाशाली युवा आर्थिक बाधा के कारण इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पाते.
आतिशी ने कहा कि इस शूटिंग रेंज और कालकाजी में दिल्ली सरकार के स्कूल में लगभग बनकर तैयार हुए एक अन्य शूटिंग रेंज के माध्यम से अब दिल्ली के बच्चे, दिल्ली के खिलाड़ी, चाहे वो गरीब से गरीब परिवार से आते हों और उनमें शूटिंग को लेकर प्रतिभा है, तो पैसों की बाधा नहीं आएगी. दिल्ली सरकार उन्हें आगे बढ़ने का मौका देगी. देश के लिए मेडल लाने का मौका मिलेगा.
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पीकेटी/एबीएम