पटना, 26 नवंबर . बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को फूल उत्पादक कृषकों को पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में शैक्षणिक परिभ्रमण के लिए लेकर जा रही बस को रवाना किया. इस बस में 15 जिलों के 40 फूल उत्पादक कृषक पश्चिम बंगाल रवाना हुए. उन्होंने पटना जिले के किसानों के बीच किट वितरण कर मशरूम किट वितरण योजना का भी शुभारंभ किया.
बताया गया कि राज्य के फूल उत्पादक किसानों को फूलों की खेती की नई विधाएं सिखाने के लिए मेदिनीपुर का परिभ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन विभाग ने किया है.
मंगल पांडेय ने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में राज्य के 15 जिलों, जहां गेंदा फूल की खेती मुख्य रूप से होती हैं, के किसान सम्मिलित हैं. कृषकों को फूलों की आधुनिक खेती के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त करने के लिए रवाना किया गया. इससे राज्य में फूल के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इसकी शुरुआत की गई है. प्रशिक्षण पाकर कृषक अपनी आय में वृद्धि भी कर पाएंगे. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले फूल उत्पादक किसानों को फूलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसकी खेती के लिए सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ भी दिया जाएगा. वैसे फूल उत्पादक किसान, जो शेडनेट में फूल की खेती करने के लिए इच्छुक हैं, उनको इस योजना में विशेष रूप से प्राथमिकता दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में किसानों के बीच कुल 8 लाख मशरूम किट वितरण किया जाना है, जिसका वित्तीय लक्ष्य 440 लाख रुपये है. इसके अलावा इसी वित्तीय वर्ष में झोपड़ी में मशरूम एवं वातानुकूलित मशरूम इकाई की योजना सरकार चला रही है. झोपड़ी में मशरूम के अंतर्गत कुल 38 जिलों में 800 झोपड़ी निर्माण का लक्ष्य निर्धारित है एवं वातानुकूलित मशरूम उत्पादन इकाई के अंतर्गत 20 इकाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
उन्होंने कहा कि मशरूम उत्पादन के प्रोत्साहन के लिए मशरूम किट पर कुल 90 प्रतिशत, झोपड़ी में मशरूम एवं वातानुकूलित मशरूम उत्पादन इकाई के लिए 50 प्रतिशत तक सहायतानुदान राज्य एवं भारत सरकार दे रही है.
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एमएनपी/