बीजिंग, 25 नवंबर . चीन की राजधानी पेइचिंग में पहला डिजिटल सांस्कृतिक पर्यटन सम्मेलन शनिवार को आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी के नवीन अनुप्रयोग और एकीकृत विकास की खोज करना है.
इस मौके पर, चीनी विज्ञान अकादमी के शिक्षाविद ली तेरन ने डिजिटल सांस्कृतिक पर्यटन के सफल अनुभव को साझा करने के लिए डिजिटल तुनहुआंग के निर्माण को एक उदाहरण के रूप में लिया.
उन्होंने कहा कि डिजिटल तकनीक डिजिटल क्षेत्र में सांस्कृतिक विरासत संरक्षण में मदद कर सकती है, दर्शकों को प्रदर्शनियों में डूबने और इतिहास व सांस्कृतिक अवशेषों को बेहतर ढंग से समझने की अनुमति देती है, और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक, पर्यटन और रचनात्मक उत्पाद बनाती है.
वहीं, पेइचिंग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर तोउ वनचांग ने पर्यटन अनुभव को बेहतर बनाने में नई प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका साझा की. उन्होंने कहा कि स्मार्ट पर्यटन एक ट्रिलियन स्तर का बाजार है और बड़े डेटा मॉडल के उद्भव ने उद्योग परिवर्तन और उन्नयन की पुनरावृत्ति के द्वार खोल दिए हैं.
डेटा के मूल्य का खनन करके, पर्यटकों की जरूरतों को सटीक रूप से समझ सकते हैं, संसाधन आवंटन को अनुकूलित कर सकते हैं और पर्यटन प्रबंधन को ज्ञान के एक नए स्तर पर ला सकते हैं.
चीन में जॉर्जिया के राजदूत पाटा कलंदाद्ज़े ने सम्मेलन में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि डिजिटल समर्थन के माध्यम से जॉर्जिया और चीन के बीच पर्यटन आदान-प्रदान घनिष्ठ और सहज होगा.
बता दें कि मौजूदा सम्मेलन ने 2024 डिजिटल सांस्कृतिक पर्यटन नवीन अनुप्रयोगों और अभिनव अभ्यास मामलों को जारी किया और परियोजना के नेताओं को अपने अनुभव साझा करने के लिए भी आमंत्रित किया.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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