झारखंड में चुनावी नतीजों के बाद राजनीतिक रंजिश में कई स्थानों पर मारपीट और तोड़फोड़

रांची, 25 नवंबर . झारखंड में चुनावी नतीजों के बाद राजनीतिक रंजिश में कई स्थानों पर मारपीट, तोड़फोड़ और टकराव जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसी घटनाओं को लेकर पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.

साहिबगंज जिले के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में इमाम मिर्जा नामक एक व्यक्ति और उसके घरवालों के साथ झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की शिकायत की गई है. बरहेट से भाजपा के प्रत्याशी रहे गमालियल हेंब्रम ने आरोप लगाया है कि उन्हें वोट देने के कारण इमाम मिर्जा और उनके के साथ मारपीट की गई और उनके घर पर पथराव किया गया. इस हमले में दो लोग जख्मी हुए हैं.

इस घटना को लेकर झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने लिखा, ‘ झारखंड लव जिहाद- लैंड जिहाद के बाद अब पत्थरबाजों की गिरफ्त में आ चुका है. हाल यह है कि पत्थर चलाए जा रहे हैं, लाठी मारी जा रही है, घर तोड़े जा रहे हैं.’ मरांडी ने आगे लिखा, ‘मोहम्मदपुर, जिला साहिबगंज इमाम मिर्जा को सिर्फ इसलिए पीटा गया, धमकाया गया, मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, क्योंकि उसने अपना विश्वास भारतीय जनता पार्टी पर जताया था, वोट कमल के फूल पर दिया था. परिणाम आते ही जेएमएम पार्टी के गुंडे भाजपा समर्थित कार्यकर्ताओं और वोटरों को पीट रहे हैं, गांव से बेदखल करने की धमकी दे रहे हैं. ’

देवघर जिले की मधुपुर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी रहे गंगा नारायण सिंह ने आरोप लगाया है कि चुनाव परिणाम आने के बाद रैली निकालकर जश्न मनाते जेएमएम कार्यकर्ताओं ने मदनकट्टा गांव में संजय गुप्ता नाम के भाजपा कार्यकर्ता के घर पर हमला किया और उनके घर पर लगे भाजपा के झंडे को तोड़ने का प्रयास किया गया. इसी तरह हजारीबाग जिले के बड़कागांव से कांग्रेस की प्रत्याशी रहीं अंबा प्रसाद ने आरोप लगाया है कि चुनाव नतीजे आने के दूसरे दिन नवनिर्वाचित भाजपा विधायक के समर्थकों ने उनकी गाड़ी का शीशा तोड़कर अपनी दबंगई का प्रदर्शन किया. पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने गाड़ी की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘आख़िर ऐसी क्या व्यक्तिगत दुश्मनी है आपकी मुझसे? जनता ने आपको सेवा और विकास के लिए चुना है, न कि डर और गुंडागर्दी फैलाने के लिए. दर्द सिर्फ़ टूटे हुए शीशे का नहीं, बल्कि टूटते भरोसे और बिगड़ती सियासत का है.’

एसएनसी/