नई दिल्ली, 24 नवंबर . खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव कुनाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को लगातार बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसका सकारात्मक असर राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धा में दिख भी रहा है. भारत को खेल महाशक्ति बनाने में शारीरिक शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है. खेल खिलाड़ी के बीच शारीरिक शिक्षक एक अहम कड़ी है.
संयुक्त सचिव खेल कुनाल रविवार को फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफ़ी) के सातवें राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि देश भर से आए शारीरिक शिक्षकों, खेल विशेषज्ञों और स्पोर्ट्स से जुड़े हुए लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि फिट इंडिया खेलो इंडिया सहित कई योजनाएं आज खिलाड़ियों को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान कर रही है. खेल को लेकर जनमानस में भी सकारात्मक बदलाव आया है. बड़ी संख्या में खिलाड़ी पदक प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने शारीरिक शिक्षकों को बेहतर मंच प्रदान करने के लिए फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया को बधाई भी दी.
इस अवसर पर संयुक्त सचिव कुनाल ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार के मनरेगा के अंतर्गत खेल मैदान के निर्माण के ऊपर किए जा रहे अभूतपूर्व कार्यक्रमों का भी अपने उद्बोधन में प्रमुखता से उल्लेख किया.
कार्यक्रम में वर्ल्ड कुश्ती चैंपियन चिराग चिकारा को इमर्जिंग स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर का अवार्ड दिया गया. कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों को उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया.
फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सचिव डॉ पीयूष जैन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना है कि भारत दुनिया में अगला खेल महाशक्ति बने और जिस तरह से हर गुजरते दिन के साथ खेल इकोसिस्टम विकसित हो रहा है, वह इस बदलाव का एक प्रमाण है. उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और पेफ़ी ऐसे शारीरिक शिक्षा और खेलों से जुड़े लोगों को सम्मानित करके खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है.
इस दौरान पेफी के द्वारा स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर सफदरजंग अस्पताल और एमवे इंडिया के साथ मिलकर स्पोर्ट्स इंजरी कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया.
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