खार्तूम, 24 नवंबर . पश्चिमी सूडान में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्वारा किए गए हमले में कम से कम 15 नागरिक मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए. ‘सूडानी सशस्त्र बल’ (एसएएफ) की छठी इन्फैंट्री डिवीजन ने रविवार को यह जानकारी दी.
डिवीजन ने एक बयान में कहा कि आरएसएफ मिलिशिया ने उत्तरी दारफुर प्रांत की राजधानी अल फशेर के नैवाशा बाजार पर शनिवार शाम को तीन होवित्जर तोपों से हमला किया.
डिवीजन ने आरएसएफ पर बाजारों और सभा स्थलों पर गोलाबारी करके नागरिकों को बकायदा निशाना बनाने का आरोप लगाया. हालांकि, आरएसएफ ने अब तक कथित हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, 10 मई से अल फशेर में एसएएफ और आरएसएफ के बीच हिंसक झड़पें चल रही हैं.
अप्रैल 2023 के मध्य से सूडान तो प्रतिद्वंद्वी बलों एसएएफ और आरएसएफ के बीच विनाशकारी संघर्ष की चपेट में है. ‘आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा प्रोजेक्ट’ के ताजा अपडेट के अनुसार, इस घातक संघर्ष में अब तक 27,120 से अधिक लोगों की मौत को चुकी है.
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, संघर्ष ने सूडान के अंदर या बाहर 1.4 करोड़ से अधिक लोगों को विस्थापित किया है.
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने पश्चिमी सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य में जमजम शरणार्थी शिविर में सहायता सामग्री काफिले के पहुंचने की घोषणा की थी. यह अगस्त के बाद से पहला सहायता काफिला है जो यहां पहुंचा है.
डब्ल्यूएफपी ने एक बयान जारी कर कहा कि शुक्रवार को उत्तरी दारफुर के जमजम शिविर में पहला खाद्य सहायता काफिला पहुंचा, जबकि अन्य काफिले दूसरे दुर्गम क्षेत्रों की ओर जा रहे हैं.
बयान में कहा गया कि अगस्त में अकाल की पुष्टि होने के बाद से उत्तरी दारफुर के जमजम में शिविर में पहुंचने वाला यह पहला काफिला है.
बयान के अनुसार, डब्ल्यूएफपी खाद्य सहायता ले जाने वाले 700 से अधिक ट्रक सूडान भर में रवाना हो चुके हैं. डब्ल्यूएफपी ने 14 जगहों को अपने-अपने क्षेत्रों में खाद्य असुरक्षा और अकाल के जोखिम की गंभीरता के कारण हॉटस्पॉट के रूप में वर्गीकृत किया है.
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एससीएच/एकेजे