नालंदा (बिहार), 24 नवंबर . बिहार के नालंदा जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत 70 साल से अधिक उम्र के लोगों को ‘आयुष्मान वय वंदना’ योजना के लिए भी पंजीकृत किया जा रहा है. बुजुर्गों ने योजना की जमकर तारीफ की है.
आयुष्मान वय वंदना कार्ड पर बुजुर्ग अस्पतालों में सालाना पांच लाख रुपये तक का इलाज करा सकेंगे. इस अभियान के तहत नालंदा में रहने वाले 70 साल से अधिक उम्र के लोग आधार कार्ड के माध्यम से आयुष्मान योजना के तहत पंजीकरण कराकर कार्ड बनवा सकते हैं.
नालंदा में इस अभियान को लेकर आयुष्मान भारत की जिला कार्यक्रम प्रमुख शबनम सुल्ताना ने से बात की. उन्होंने बताया कि 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक एक अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान पूरे बिहार में चलाया जा रहा है. सभी अस्पतालों में डिजिटल काउंटर पर आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाया जाएगा. नालंदा में आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य करीब 26 लाख है. अभी करीब 11 लाख लोगों का पंजीकरण कर लिया गया है. कुछ आवेदन रिजेक्शन में भी गए हैं. उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर के बाद डोर-टू-डोर अभियान भी चलाया जाएगा. आशा वर्कर घर-घर जाएंगी और आयुष्मान कार्ड के जो लाभार्थी छूट गए हैं, उन्हें जोड़ा जाएगा.
उन्होंने बताया है कि आशा वर्कर राशन कार्ड धारकों को आयुष्मान योजना से जोड़ने का काम करेंगी. प्रत्येक कार्ड बनाने पर आशा वर्कर को पांच रुपये का भुगतान भी किया जाएगा.
शबनम सुल्ताना ने बताया कि आयुष्मान योजना से सालाना पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य लाभ मिलता है. कार्डधारक चिह्नित अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं. नालंदा से पांच लोग ऐसे थे जिन्होंने बाहर जाकर इस कार्ड के माध्यम से इलाज करवाया है. आयुष्मान वय वंदना योजना के तहत 70 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति कार्ड बनवा सकता है. उसके पास आधार कार्ड होना चाहिए.
आयुष्मान वय वंदना योजना के तहत कार्ड बनवा रहे अजीम शाह ने कहा कि पहले इस तरह की योजना नहीं लाई गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना को लेकर आए हैं, जिससे हम गरीबों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा. हम उन्हें तह दिल से धन्यवाद करते हैं.
प्यारे पासवान ने कहा, “इस योजना के बारे में जानकारी मिली थी. हम आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आए हैं. इस कार्ड के माध्यम से अस्पताल में इलाज करा सकेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह योजना हमारे लिए काफी फायदेमंद साबित होगी.”
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डीकेएम/एकेजे