कृत्रिम बुद्धिमत्ता : चीन की आर्थिक वृद्धि का एक नया इंजन

बीज‍िंग, 24 नवंबर . प्रौद्योगिकी के तेज विकास के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता, वैश्विक आर्थिक विकास को चलाने और भविष्य के जीवन को आकार देने में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन गई है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में एक प्रमुख भागीदार के रूप में चीन अपने नवाचार और अनुप्रयोग के माध्यम से इस बदलाव का नेतृत्व कर रहा है.

कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीनी सरकार का जोर वर्ष 2017 में प्रसारित “चीन की नई पीढ़ी की कृत्रिम बुद्धिमत्ता विकास योजना” में परिलक्षित होता है. इसका लक्ष्य 2030 तक चीन को कृत्रिम बुद्धिमत्ता नवाचार में अग्रणी बनाना है, विशेष रूप से स्मार्ट शहरों और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में. चाइना मोबाइल, चाइना टेलीकॉम और चाइना यूनिकॉम जैसी कंपनियों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुसंधान और अनुप्रयोग में महत्वपूर्ण प्रगति की है और कंप्यूटिंग व अन्य अत्याधुनिक तकनीकों में भारी मात्रा में पैसा निवेश किया है. ये निवेश सार्वजनिक सेवाओं, आपूर्ति श्रृंखलाओं और स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव ला रहे हैं.

चीनी विश्वविद्यालयों और उद्यमों के बीच सहयोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता नवाचार के लिए एक गतिशील वातावरण प्रदान करता है. इसने वैश्विक प्रभाव के साथ सफलताएं हासिल की हैं. एआई के बड़े भाषा मॉडल मोबाइल ऑपरेटरों के लिए बड़ी संभावनाएं प्रदान करते हैं, जो सरकार, ग्राहक सेवा और स्वास्थ्य देखभाल जैसे विविध क्षेत्रों में बदलाव लाते हैं. एआई न केवल उपयोगकर्ता के अनुभव को बढ़ाता है, बल्कि नई राजस्व धाराएं भी बनाता है.

चीन का एआई विकास न केवल समुदायों पर नवाचार के संभावित प्रभाव को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि एआई समाधान शहरी नियोजन से लेकर ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल तक हर चीज में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी की निरंतर प्रगति और अनुप्रयोग के साथ, चीन से वैश्विक कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और साथ ही एक डिजिटल भविष्य का निर्माण करने की उम्मीद है.

(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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