केजरीवाल स्वाति मालीवाल के साथ ऐसा कर सकते हैं तो दूसरों के साथ क्या करेंगे : कमलजीत सहरावत

नई दिल्ली, 21 नवंबर . भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने गुरुवार को से बातचीत में आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी.

भाजपा सांसद ने कहा कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने अपने निजी सेक्रेटरी को पंजाब का चीफ एडवाइजर बना दिया है, एन.डी. गुप्ता का घर खाली कराकर उन्हें सौंप दिया गया है, यह दिल्ली की महिला के साथ नहीं देश की महिला के साथ विश्वासघात है.

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष के साथ केजरीवाल के आवास पर उनके निजी सेक्रेटरी द्वारा मारपीट की गई. केजरीवाल अपने निजी सेक्रेटरी का साथ देते हैं, लेकिन स्वाति मालीवाल का साथ नहीं देते हैं. अब पंजाब की महिलाओं को भी समझना चाहिए कि उनके पास क्या भेजा जा रहा है. दिल्ली की बहनों को भी समझना होगा कि यह उनके साथ भी विश्वासघात किया गया है. पार्टी की सांसद के साथ ऐसा कर सकते हैं तो दूसरों के साथ क्या करेंगे.

उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, “मुझे मारने-पीटने के लिए अरविंद केजरीवाल ने अपने लाडले गुंडे बिभव कुमार को बड़े-बड़े इनाम दिए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री के चीफ एडवाइजर का बेशकीमती पद जो राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद है. पंजाब पुलिस का डीजीपी, सरकार का चीफ सेक्रेटरी अब गुंडे को रिपोर्ट कर रहे हैं. पंजाब के प्रतिभाशाली युवा देश छोड़कर जा रहे हैं और यहां गुंडों को लाखों रुपये की सैलरी, गाड़ियां-बंगले और नौकर-चाकर दिए गए हैं. हमारे वरिष्ठ सांसद एन.डी. गुप्ता को उनके सांसद कोटे के बंगले से निकालकर इस गुंडे को उनके घर में बसाया गया है. इस उम्र में उनसे उनका घर छीना गया. यह गुंडा इस घर में गैरकानूनी ढंग से रह रहा है.

“सवाल यह है कि जिस आदमी को सुप्रीम कोर्ट तक ने गुंडा कहा, उसको बेल की शर्तों का उल्लंघन करते हुए क्यों केजरीवाल द्वारा इतना बढ़ावा दिया जा रहा है. सोचिए कितने राज छिपे होंगे इस आदमी के पास.”

स्वाति मालीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी सवाल किया, “…अगर गुंडे पंजाब सरकार चलाएंगे, तो पंजाब की महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी. आपके भी घर पर बहन-बेटी हैं. एक मुख्यमंत्री को अपने आपको इस प्रकार रबर स्टाम्प नहीं बनने देना चाहिए.”

डीकेएम/एकेजे