नई दिल्ली, 21 नवंबर . महात्मा गांधी के आदर्शों और शिक्षाओं के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता जगजाहिर है और यह उनकी कई विदेश यात्राओं के दौरान बापू को दी गई श्रद्धांजलि में भी जाहिर होती है. आज तक, ऐसे कई अवसर आए हैं जब पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय धरती पर महात्मा को श्रद्धांजलि दी. यह गांधी जी की विरासत को वैश्विक मंच पर प्रासंगिक बनाए रखने के उनके प्रयासों हिस्सा है.
गुयाना की अपनी यात्रा पर, भी प्रधानमंत्री मोदी, महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. किसी विदेशी भूमि पर पीएम द्वारा बापू को श्रद्धांजलि देने का यह 21वां उदाहरण होगा.
इससे पहले 23 अगस्त, 2024 को जब प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेनी राजधानी की अपनी के दौरान गांधी जी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि आर्पित की. यह संघर्ष के बीच शांति को रेखांकित करने वाला एक मार्मिक संदेश था.
एक और यादगार घटना 21 जून, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दौरान हुई, जब प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तरी लॉन में महात्मा को श्रद्धांजलि दी.
मई 2023 में, पीएम मोदी ने जापान के हिरोशिमा में गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया, यह एक ऐसा शहर है जिसने सबसे भयानक त्रासदी को झेला और जो शांति के वास्तविक मूल्य को जानता है.
इससे पहले 29 अक्टूबर, 2021 को इटली के रोम में, पीएम मोदी ने महात्मा को पुष्पांजली अर्पित कर सद्भाव और एकता के सार्वभौमिक संदेश का प्रचार किया.
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में, प्रधानमंत्री मोदी ने 25 सितंबर, 2019 को 74वें यूएनजीए के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के ईसीओएसओसी चैंबर में एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम की मेजबानी की.
इस कार्यक्रम में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गांधी सौर पार्क, ओल्ड वेस्टबरी में स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क कॉलेज में गांधी शांति उद्यान का उद्घाटन किया. साथ ही संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन द्वारा जारी गांधी@150 डाक टिकटों के विशेष स्मारक संस्करण का अनावरण किया.
इससे पहले, 2016 में, प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में गांधी जी पर एक विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन किया था.
इसके अगले दिन डरबन में, उन्होंने फीनिक्स सेटलमेंट का दौरा किया, जो गांधी जी की विरासत से जुड़ा हुआ स्थान है, और महात्मा को पुष्पांजलि अर्पित की.
साउथ अफ्रीका में ही गांधी जी के जीवन और विचारों में परिवर्तन आए जिन्होंने फिर भारत और पूरे विश्व को प्रभावित किया.
ऐसे अन्य महत्वपूर्ण क्षणों में 12 नवंबर 2015 को ब्रिटेन की संसद के बाहर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करना, अप्रैल 2015 में जर्मनी के हनोवर में उनकी प्रतिमा का अनावरण करना, जुलाई 2015 में तुर्कमेनिस्तान के अश्गाबात में श्रद्धांजलि अर्पित करना, 12 मार्च 2015 को मॉरीशस में गांधी जी की प्रतिमा को नमन करना, 16 नवंबर 2014 को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में रोमा स्ट्रीट पार्कलैंड्स में बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करना शामिल है.
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एमके/