यरूशलम, 20 नवंबर . इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में बंधकों की सूचना देने वालों के लिए इनाम की घोषणा की है. इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह हमास को फिलिस्तीनी क्षेत्र पर शासन नहीं करने देंगे.
नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज के साथ मंगलवार को गाजा तट का दौरा किया.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हलेवी और शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख रोनेन बार के साथ दोनों राजनेताओं ने क्षेत्र का दौरा किया. इस इलाके को इजरायल ने नेत्जारिम कॉरिडोर नाम दिया है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अब इस रूट पर इजरायली सेना का कंट्रोल है, जो गाजा पट्टी के उत्तरी और दक्षिणी भागों को विभाजित करता है.
नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने गलियारे में एक ऑब्जर्वेशन प्वाइंट पर परिचालन गतिविधियों के बारे में सैन्य कमांडरों से जानकारी हासिल की और गाजा तट पर कमांडरों के साथ चर्चा की.
नेतन्याहू ने एक वीडियो में कहा, “हमास गाजा पर शासन नहीं करेगा. हम बहुत प्रभावशाली तरीके से इसकी सैन्य क्षमताओं को खत्म कर रहे हैं. अब हम इसकी शासन क्षमताओं को टारगेट कर रहे हैं, और यह तो बस शुरुआत है. हमास गाजा में नहीं रहेगा.” यह वीडियो गाजा तट पर ही शूट किया गया था.
नेतन्याहू ने बंधकों के बारे में जानकारी देने वाले गाजा निवासियों को इनाम देने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा, “कोई भी व्यक्ति जो हमें बंधकों तक पहुंचाएगा, वह अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित करेगा. हम प्रत्येक बंधक के लिए 5 मिलियन डॉलर का इनाम भी देंगे.”
इससे पहले 9 नवंबर को, कतर, जो इजरायल और हमास के बीच बंधक-युद्धविराम समझौते पर मध्यस्थ था, ने घोषणा की कि वह दोनों पक्षों की ओर से सद्भाव की कमी के कारण अपने प्रयासों को निलंबित कर रहा है.
पिछले अक्टूबर में हमास के नेतृत्व में हुए हमले के बाद शुरू हुए इजरायली सैन्य हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 अन्य लोगों का अपहरण कर लिया गया था. इस हमले ने गाजा में व्यापक तबाही मचाई है. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, एक साल से अधिक समय से चल रहे संघर्ष में 43,900 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
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