मुंबई, 20 नवंबर . महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर जारी मतदान के बीच लोग बड़ी संख्या में उत्साह और जोश के साथ लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेते हुए नजर आ रहे हैं. मतदान केंद्रों पर लगी लंबी कतारें देखी जा सकती हैं.
वोट करने पहुंचे लोगों ने से बातचीत के दौरान अपने अनुभव साझा किए.
मतदान करने पहुंची डोरिस रॉड्रिगेस ने से कहा, “मैं मतदान को लेकर उत्साहित हूं. मैं ईश्वर की इबादत कर यहां आई हूं. प्रार्थना करने के बाद मैंने वोट डाला. नमाज में मैंने अपने खुदा से प्रार्थना की थी कि वोटिंग प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए. सबकुछ अच्छे से संपन्न हो जाए, क्योंकि आमतौर पर वोटिंग प्रक्रिया में कई तरह की दिक्कतें देखने को मिलती हैं, इसलिए मैंने यही प्रार्थना की कि वोटिंग प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा न पहुंचे. मेरे अंदर मन में चाह थी कि मैं सबसे पहले वोट देने आऊं.”
उन्होंने कहा, “मेरे पति बीमार हैं. मैं खुद 82 साल की हूं. लेकिन, मैं यहां आई, तो मुझे लगा कि मैं यहां क्यों आई हूं, क्योंकि यहां कोई नहीं आया था. मैं सभी से यही कहना चाहूंगी कि वो लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने से किसी भी प्रकार का संकोच न करें. मतदान में जरूर हिस्सा लें.”
वहीं, बीड में मतदान करने पहुंचे एक शख्स ने से बातचीत में कहा, “मैंनेआज उस व्यक्ति को मतदान किया है, जो हर अच्छे बुरे वक्त में आपका साथ देता है. वो विकास पुरुष है. ऐसे व्यक्ति को मतदान देना मेरी ख्वाहिश थी और आज मेरी वह ख्वाहिश पूरी हो चुकी है. इसके साथ ही मैं अन्य लोगों से भी यही अपील करना चाहूंगा कि वो लोकतंत्र के महापर्व में जरूर हिस्सा लें.”
मतदान करने पहुंचे एक शख्स ने कहा, “हमने एक ऐसे व्यक्ति को मतदान किया है, जो विकास को तवज्जो देता है. जो जनता के बारे में सोचता है. कुल मिलाकर आप कह सकते हैं कि हमने विकास के नाम पर मतदान किया है. लोगों को लोकतंत्र में विकास के नाम पर ही मतदान करना चाहिए.”
एक अन्य मतदाता ने कहा, “हमने शांति के नाम पर मतदान किया है. प्रदेश में किसी भी प्रकार की शांति भंग न हो. आपसी भाईचारा बना रहे. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने मतदान किया है.”
एक मतदाता ने कहा, “हमने विकास और सामाजिक एकता के नाम पर मतदान किया है.”
असलम पार्रिकर ने कहा, “मैं सभी लोगों से अपील करना चाहूंगा कि सभी लोग मतदान केंद्र पर आकर मतदान करें. संविधान ने जो आपको अधिकार दिया है, उसका पालन करें. हमने कई मुद्दों को देखते हुए मतदान किया है. हमारे लिए बेरोजगारी और महंगाई एक बड़ा मुद्दा है. इसी को देखते हुए हमने मतदान किया है. इसके अलावा, कानून-व्यवस्था हमारे लिए बड़ा मुद्दा है.”
91 साल की मतदाता नीला डिसूजा ने कहा, “मैं इस उम्र में भी अपने अधिकार का उपयोग कर रही हूं इसलिए कहना चाहूंगी कि लोग बाहर निकलें और मतदान जरूर करें.”
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एसएचके/केआर