बीजिंग, 19 नवंबर . ‘चीन का थांग राजवंश : एक विविध और खुला राजवंश (7 से 10 सदी)’ प्रदर्शनी फ्रांस के गुइमेट संग्रहालय में उद्घाटित हुआ. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अलग-अलग तौर पर प्रदर्शनी की प्रस्तावना लिखी.
इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि इस साल चीन और फ्रांस के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है. इस साल मई में मेरी फ्रांस यात्रा के दौरान चीन और फ्रांस ने गुइमेट संग्रहालय में थांग राजवंश के सांस्कृतिक अवशेषों से जुड़ी प्रदर्शनी आयोजित करने पर समझौता संपन्न किया. दोनों देशों के सांस्कृतिक अवशेष विशेषज्ञों के समान प्रयास में ‘चीन का थांग राजवंश : एक विविध और खुला राजवंश (7 से 10 सदी)’ प्रदर्शनी निर्धारित समय पर खुली.
शी चिनफिंग ने कहा कि थांग राजवंश चीन के इतिहास में सबसे समृद्ध राजवंश था. थांग राजवंश के दौरान समृद्ध अर्थव्यवस्था, विविध संस्कृतियां, सहिष्णु विचार, शानदार कला और राष्ट्रीय एकता रही. थांग राजवंश की संस्कृति का प्रभाव एशिया में फैला था और रेशम मार्ग के जरिए यूरोप तक पहुंचा. थांग राजवंश की कविता, पेंटिंग, सोने व चांदी के बर्तन और अन्य कलात्मक उपलब्धियों की आज भी लोग प्रशंसा करते हैं. विश्वास है कि फ्रांस समेत यूरोपीय देशों के दर्शक वर्तमान प्रदर्शनी से चीनी सभ्यता का अनोखा आकर्षण महसूस कर सकेंगे.
वहीं, मैक्रॉन ने कहा कि चीनी सभ्यता के इतिहास में थांग राजवंश का विशेष स्थान है. इसके दौरान शानदार संस्कृति और अविश्वसनीय रचनात्मक जीवन शक्ति थी. थांग राजवंश ने रेशम मार्ग के जरिए सक्रियता से बाहरी आदान-प्रदान किया था, जिससे कला का अद्भुत खजाना तैयार हुआ था. वर्तमान प्रदर्शनी से ज़ाहिर है कि फ्रांस और चीन के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान जीवन शक्ति से भरपूर है, जो द्विपक्षीय संबंधों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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