बीजिंग, 19 नवंबर . ब्राजील के शहर रियो डी जेनेरियो में 19वां जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भी सम्मेलन को संबोधित किया. शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के दौरान ‘साझा विकास के साथ न्यायपूर्ण विश्व का निर्माण’ शीर्षक भाषण देते हुए, शी ने एक निष्पक्ष और समावेशी वैश्विक व्यवस्था को बढ़ावा देते हुए भूख और गरीबी से निपटने के लिए एक दृष्टिकोण की रूपरेखा तैयार की.
राष्ट्रपति शी ने विश्व नेताओं से आगे आने का आह्वान किया और दीर्घकालिक, सामूहिक दृष्टिकोण के साथ प्रगति को आगे बढ़ाने की उनकी साझा ऐतिहासिक जिम्मेदारी पर जोर दिया.
शी ने आग्रह किया, “दुनिया के प्रमुख देशों के नेताओं के रूप में, हमें साझा भविष्य वाले समुदाय के रूप में सोचना चाहिए.”
उन्होंने ऐसी कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया जो विभाजित करने के बजाय एकजुट करे. उन्होंने अधिक महत्वपूर्ण व्यापार, विकास और सहयोग निवेश की वकालत की, साथ ही वैश्विक शक्तियों को “छोटे बरामदे और ऊंची दीवारों के बजाय सहयोग के अधिक पुल बनाने” के लिए प्रोत्साहित किया.
शी ने दृढ़ता और साझा लक्ष्यों की परिवर्तनकारी शक्ति पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, “चीन का विकास वैश्विक समान विकास का एक महत्वपूर्ण भाग है. चीन का अनुभव दिखाता है कि अगर हम अदम्य संघर्ष की भावना बनाए रखें और अंत तक एक ही खाका का पालन करें, तो विकासशील देशों की गरीबी की समस्या का समाधान किया जा सकता है.”
विकासशील देशों के साथ चीन की एकजुटता की पुष्टि करते हुए, शी ने ग्लोबल साउथ के एक दृढ़ सदस्य के रूप में अपनी भूमिका को रेखांकित किया.
उन्होंने कहा, “चीन विकासशील देशों के साथ साझेदारी में आधुनिकीकरण और वैश्विक विकास के लिए प्रतिबद्ध है.” उन्होंने निरंतर सहयोग का वचन दिया. एक महत्वपूर्ण घोषणा में, शी ने वैश्विक विकास को बढ़ावा देने के लिए आठ पहलों की शुरुआत की. इनमें उच्च गुणवत्ता वाले बेल्ट एंड रोड सहयोग को आगे बढ़ाना, वैश्विक विकास पहल को लागू करना, अफ्रीकी विकास का समर्थन करना और अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा प्रयासों को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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