मुंबई, 17 नवंबर . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के बीच बयानबाजी तेज है. एक तरफ जहां महायुति के नेताओं की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी के नेता अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रहे हैं.
इसी बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितिन राउत ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख पर आरोप लगाया है. जिसके बाद से महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. उन्होंने नागपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें जय भीम का नारा लगाने की वजह से कैबिनेट में शामिल नहीं किया था.
उन्होंने कहा, “मुझे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से कहा गया था कि आपका नाम कैबिनेट पद के लिए फाइनल हो चुका है. लिहाजा आप शपथ की तैयारियों में जुट जाओ. इस निर्देश के बाद मैं तैयारियों में जुट गया. लेकिन, जब शपथ का समय आया, तो मुझे यह बताया गया कि आपका नाम सूची से हटा दिया गया है. यह सुनकर मुझे झटका लगा. जिसके बाद से मैं तीन महीने तक मंत्रालय नहीं गया. यह स्थिति मेरे लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण थी.”
उन्होंने कहा, “कुछ वक्त बीतने के बाद मुझे अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ काम करने के लिए मंत्रालय जाना था. मैं गया तो वहां मेरी मुलाकात कई मंत्रियों से हुई. मैं जब मंत्रालय पहुंचा तो वहां कैबिनेट बैठक हो रही थी. मेरे जाने के बाद कैबिनेट बैठक खत्म हुई. इस दौरान, एकनाथ राव गायकवाड ने मुझे रोक लिया. उन्होंने कहा कि आप विलासराव से मिलने जा रहे हैं तो थोड़ा रुक जाइए, क्योंकि मुझे आपको कुछ जरूरी बात बतानी है. उनकी बातों को सुनने के बाद मैं कुछ पल के लिए विचारों में डूब गया. मेरे जेहन में कई तरह के सवाल आने लगे.”
उन्होंने मुझसे कहा कि आप बार-बार जय भीम बोलते हैं, आप यह कहना छोड़ दीजिए, क्योंकि जय भीम बोलने की वजह से ही आपका मंत्री पद गया है.
इसी घटना का जिक्र करते हुए नागपुर की जनसभा को संबोधित करने के दौरान नितिन राउत ने कहा कि अगर मेरा मंत्री पद जय भीम बोलने की वजह से जाता है, तो इससे बड़ी सौभाग्य की बात मेरे लिए और क्या होगी. बता दें कि नितिन राउत नॉर्थ नागपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
–
एसएचके/एएस