दिल्ली की समस्याओं पर टोपी ट्रांसफर करने का काम करती है सरकार : हरीश खुराना

नई दिल्ली, 16 नवंबर . दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. भाजपा नेता हरीश खुराना ने शनिवार को दिल्ली सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद “हम दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करके दिखाएंगे”.

हरीश खुराना ने से बातचीत में कहा, “दिल्ली का यह दुर्भाग्य है कि पिछले 10 साल में एक ऐसी सरकार मिली है, जो दिल्ली की समस्याओं और मुद्दों को लेकर टोपी ट्रांसफर करने का काम करती है. गर्मियों के अंदर जब पानी नहीं आता है तो हरियाणा को दोष दिया जाता है, सर्दियों में जब प्रदूषण बढ़ता है तो पहले वह पंजाब, हरियाणा को दोष देते थे, लेकिन अब वह उत्तर प्रदेश को दोष देते हैं. वह यह भूल जाते हैं कि आज पंजाब में उनकी सरकार है और वह सिर्फ टोपी ट्रांसफर नहीं कर सकते, इसलिए अब उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों को दोष दे रहे हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली सरकार जब एक उंगली उठाती है तो दूसरी चार उंगलियों से उन पर भी सवाल खड़े होते हैं. आज राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहन तंत्र है. दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट ठप पड़ा है, जिसके कारण लोग अपनी गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं, उसकी वजह से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है. दिल्ली के अंदर 16 हजार बसों की जरूरत है, लेकिन सिर्फ साढ़े सात हजार बसें ही चल रही हैं, उसकी जिम्मेदार सिर्फ दिल्ली सरकार है.”

भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने वादा किया था कि वह मैकेनिकल स्वीपर लेकर आएंगे, लेकिन जनता सवाल पूछ रही है कि वह कितने स्वीपर लेकर आए. यहां कूड़ा जलाना भी एक बड़ा कारण है, उसका भी जवाब दिल्ली सरकार को देना चाहिए. मेरा कहना है कि यह सरकार सिर्फ टोपी ट्रांसफर करती है और कुछ नहीं करती है. अब वक्त आ गया है कि दिल्ली के अंदर जब चुनाव फरवरी में होंगे तो लोग इनसे प्रदूषण को लेकर सवाल पूछेंगे.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब भाजपा की सरकार आएगी तो एक विजन पेश किया जाएगा. इसमें आने वाले पांच साल के अंदर डबल इंजन की सरकार का विजन बताया जाएगा. इसलिए हम दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करके दिखाएंगे.

एफएम/एकेजे