हैदराबाद, 16 नवंबर . आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई और पूर्व विधायक नारा राममूर्ति नायडू का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया. वह 72 वर्ष के थे.
राममूर्ति नायडू ने एआईजी अस्पताल में अंतिम सांस ली. उन्हें तीन दिन पहले कार्डियो और श्वसन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.
एआईजी अस्पताल ने एक बयान में कहा कि उन्हें एसिस्टोल और कार्डियक अरेस्ट हुआ और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. आज दोपहर 12.45 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
उन्हें 14 नवंबर की रात को हृदयाघात की स्थिति में अस्पताल लाया गया था और एक घंटे के कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन के बाद होश में लाया गया था.
राममूर्ति नायडू के परिवार में उनकी पत्नी इंदिरा और दो बेटे अभिनेता और फिल्म निर्माता नारा रोहित और नारा गिरीश हैं.
उनका अंतिम संस्कार रविवार को चित्तूर जिले के उनके पैतृक गांव नरवरिपल्ले में किया जाएगा.
राममूर्ति नायडू एक किसान और व्यवसायी थे. वह 1994 में चंद्रगिरि निर्वाचन क्षेत्र से तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के टिकट पर आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए थे. 1999 के विधानसभा चुनावों में उनकी हार के बाद टीडीपी नेतृत्व द्वारा उन्हें अनदेखा कर दिया गया. इसके बाद से ही अपने बड़े भाई के साथ उनके रिश्ते तनावपूर्ण थे.
वह साल 2003 में कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन नजरअंदाज किए जाने के बाद निष्क्रिय हो गए. बाद में वह टीडीपी में वापस आ गए लेकिन अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण सक्रिय राजनीति से दूर रहे.
इस बीच मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू शाम को नई दिल्ली से हैदराबाद पहुंचेंगे. उनके बेटे और आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश अस्पताल पहुंच चुके हैं.
चंद्रबाबू नायडू की भाभी और आंध्र प्रदेश भाजपा प्रमुख दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, उनके पति दग्गुबाती वेंकटेश्वर राव और नंदमुरी परिवार के अन्य सदस्य भी अस्पताल पहुंचे.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने राममूर्ति नायडू के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और शोक संतप्त परिवारजनों को इससे उबरने की ताकत देने की प्रार्थना की है.
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एकेएस/एकेजे