नई दिल्ली, 16 नवंबर . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने शनिवार को से बातचीत की. उन्होंने दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बयान सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी है.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘वोट-जिहाद’ का मुकाबला ‘वोटों के धर्म-युद्ध’ से करने का आह्वान किया.
इस पर कांग्रेस नेता ने कहा है कि मुझे अफसोस है कि चुनाव के बीच इस तरह के नारे दिए जा रहे हैं. डिप्टी सीएम किस तरीके का धर्मयुद्ध चाहते हैं. भाजपा का कोई नेता कह रहा है कि बटेंगे तो कटेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. अब यह धर्मयुद्ध का नया नारा लेकर आए हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या आप देश के अंदर दंगे कराना चाहते हैं. आपको देश की एकता बर्दाश्त नहीं हो रही है. जो भारत से प्यार करता है और जो देशभक्त है, वह इस तरीके के नारे नहीं दे सकता. मैं चाहूंगा कि चुनाव आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करें.
दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल के आदेश पर भी राशिद अल्वी ने प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता ने कहा है कि झारखंड में चुनाव हो रहा है और वहां पर असम के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी चुनाव से पहले यह कह रहे थे कि यहां रोहिंग्या और घुसपैठिए आ गए हैं. अब दिल्ली का चुनाव फरवरी में है तो एलजी वही करेंगे जो भारतीय जनता पार्टी उनसे कहेगी. इसलिए दिल्ली के अंदर इसको मुद्दा बनाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अब तक आप कहां सोए हुए थे. क्या यह लोग अभी 5 दिन पहले दिल्ली में घुसे हैं. जब इलेक्शन आता है तो इस तरह के मुद्दे भारतीय जनता पार्टी लेकर आती है. क्योंकि अपनी सरकार में भाजपा विकास का कोई काम नहीं करना चाहती है. दिल्ली की पुलिस गृह मंत्री के अधीन है. सवाल यह है कि रोहिंग्या दिल्ली के अंदर कैसे आए. इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है.
असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई की सभाओं को लेकर शिवसेना नेता राहुल कनाल ने शिकायत की है. इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि एक तरफ असदुद्दीन ओवैसी खड़े होते हैं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेता खड़े हो जाते हैं और ये दोनों इतनी नफरत से भरे हुए बयान देते हैं कि इसके बीच में भारत की जनता पिस जाती है. जो बयान ओवैसी देते हैं, उसकी वजह से ही यह शक पैदा होता है कि कहीं आप भारतीय जनता पार्टी का खेल तो नहीं खेल रहे. वह भी ऐसे वक्त में, जब झारखंड में और महाराष्ट्र के अंदर चुनाव हो रहा है.
झांसी के हॉस्पिटल में आग लगने से कई नवजातों की मौत हो गई. इस पर कांग्रेस नेता ने दुख प्रकट किया और प्रदेश की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही तकलीफ की खबर है. ऐसी खबरें जब आती है तो आंखों में आंसू आ जाते हैं और इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. उत्तर प्रदेश के अंदर पहले भी गोरखपुर और अन्य जगहों पर अस्पतालों में हुई घटनाओं में बच्चे मारे गए हैं. झांसी के अंदर आज 15 बच्चे मारे गए. योगी आदित्यनाथ अगर सचमुच अपने आप को योगी मानते हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
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डीकेएम/एएस