मुंबई, 15 नवंबर . चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल होना है. हालांकि, यह टूर्नामेंट अब पाकिस्तान में होगा भी या नहीं और टीम इंडिया इसमें भाग लेगी या नहीं, इन तमाम सवालों को लेकर चीजें स्पष्ट नहीं हो पाई है. एक तरफ भारत ने पाकिस्तान दौरे के लिए साफ इंकार कर दिया है, जबकि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार नहीं है. इस बीच बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी राजीव शुक्ला ने पीसीबी की टेंशन और बढ़ा दी है.
के साथ खास बातचीत में राजीव शुक्ला ने कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है. चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर जो विवाद चल रहा है, उसमें हम अपना पक्ष पहले ही साफ कर चुके हैं. भारत और पाकिस्तान के मैच को लेकर बीसीसीआई का नियम स्पष्ट है. जो केंद्र सरकार की नीति है, हम उसका पालन करेंगे. हमारे खिलाड़ियों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है और हमने यह बात आईसीसी के सामने भी रख दी है.”
भारत और पाकिस्तान राजनीतिक तनाव के कारण द्विपक्षीय सीरीज भी नहीं खेलते हैं. दोनों देश केवल आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद के इवेंट में एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हैं. भारतीय टीम ने आखिरी बार साल 2006 में पाकिस्तान का दौरा किया था.
चैंपियंस ट्रॉफी में आठ टीमों को भाग लेना है. इनमें अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. टीमों को चार-चार के दो ग्रुपों में प्रतिस्पर्धा करनी है, जिसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल खेला जाएगा.
पीसीबी ने 19 फरवरी से 9 मार्च तक पूरे चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान में करने का फैसला किया है. सुरक्षा व्यवस्था को आसान बनाने के लिए भारत के सभी मैच लाहौर में आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है, जो भारतीय सीमा के पास का शहर है.
भारत ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से पाकिस्तान में कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. भारत पिछले साल एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं गया था और उसके मैच श्रीलंका में खेले गए थे. हालांकि, पाकिस्तान की टीम वनडे विश्व कप 2023 खेलने के लिए भारत आई थी.
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एएमजे/आरआर