अमेरिकी संगीत दौरे पर बोले आयुष्मान खुराना, कहा- ‘यह मेरे लिए घर वापसी जैसा’

मुंबई, 13 नवंबर . अभिनेता आयुष्मान खुराना अमेरिका में अपने संगीत दौरे के साथ प्रशंसकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने कहा कि यह संगीत कार्यक्रम उनके लिए घर वापसी जैसा है, क्योंकि वह कॉलेज के दिनों में संगीत कार्यक्रमों में प्रस्तुति दिया करते थे.

बुधवार को ‘बाला’ फेम अभिनेता को मुंबई एयरपोर्ट पर देखा गया, जहां वे अपने बैंड ‘आयुष्मान भव’ के साथ अमेरिका के लिए रवाना हुए. यह टूर 14 नवंबर को शिकागो से शुरू होगा. आयुष्मान अपने बैंड के साथ शिकागो के बाद चार अन्य शहरों में टूर करेंगे, जिसमें 24 नवंबर तक न्यूयॉर्क, सैन जोस, न्यू जर्सी और डलास शामिल हैं.

अपने आगामी दौरे के बारे में बात करते हुए अभिनेता ने कहा, “एक कलाकार के तौर पर, मैं हमेशा ऐसे लोगों से जुड़ने के लिए उत्सुक रहता हूं जो मेरे संगीत और फि‍ल्मों की सराहना करते हैं. मुझे उनकी प्रतिक्रियाएं पहली नजर में देखना अच्छा लगता है. मैंने अपने काम और उन तक पहुंचने के अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं.”

उन्होंने आगे कहा, ”संगीत बनाना और टूर निश्चित रूप से मेरे लिए लोगों से मिलने, बातचीत करने और उनसे जुड़ने का एक बड़ा अवसर है, साथ ही यह मुझे अपने संगीत के जरिए उन्हें यह दिखाने का मौका भी देता है कि मैं कौन हूं, मेरा मूल क्या है. इसके अलावा, मैंने कॉलेज में म्यूजि‍कल शो भी किए हैं, इसलिए यह मेरे लिए घर वापसी जैसा है.”

खुराना ने अपनी पहली फि‍ल्म “विक्की डोनर” के गाने “पानी दा रंग” से गायक के तौर पर शुरुआत की.

संगीत को अपना जुनून बताते हुए, ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ के अभिनेता ने कहा, “मैं हमेशा से एक अभिनेता बनना चाहता था, लेकिन संगीत मेरा जुनून रहा है. हर किसी के लिए समानांतर जुनून होना बहुत जरूरी है. मुझे खुशी है कि मुझे गीत लेखन, गायन और मंच पर प्रदर्शन करने का हुनर ​​मिला है. स्टेज हमेशा मेरा पहला प्यार रहेगा क्योंकि जब आप परफॉर्म करते हैं तो लोगों को तुरंत संतुष्टि मिलती है. मुझे खुशी है कि मुझे दुनियाभर में अपने प्रशंसकों और बॉलीवुड प्रेमियों के साथ घूमने और बातचीत करने का यह मौका मिला है.”

आयुष्मान ने कहा, “यह मेरा दूसरा यूएस दौरा है और मैं बहुत उत्साहित भी हूं क्योंकि मैं आठ साल बाद अपने गाने पर परफॉर्म करने वहां जा रहा हूं. मैं चाहता हूं कि लोग भावनाओं के बवंडर से गुजरें और जो लोग वहां नहीं आ सके, उन्हें बताएं कि उन्होंने कुछ खास मिस किया.”

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एमकेएस/एबीएम