बीजिंग, 13 नवंबर . चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने बुधवार को पेइचिंग में एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की.
इस दौरान, चाइना मीडिया ग्रुप के संवाददाता ने सवाल पूछा कि पेरू सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाल ही में कहा कि वर्तमान दुनिया में एकतरफावाद और संरक्षणवाद बढ़ रहा है और आर्थिक वैश्वीकरण को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. चीन सक्रिय रूप से एपीईसी के विकास का नेतृत्व करता है और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक महत्वपूर्ण अधिवक्ता, प्रवर्तक और भागीदार है. कई देशों के राजनेताओं और विद्वानों ने यह भी कहा कि दुनिया को विभाजित होने से रोकने के लिए एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्थाओं को एक खुली और समावेशी विश्व अर्थव्यवस्था के निर्माण को बढ़ावा देना चाहिए. इस पर चीन की क्या टिप्पणी है? एपीईसी नेताओं की बैठक होने वाली है. चीन एशिया-प्रशांत में उच्च गुणवत्ता वाले विकास और आर्थिक एकीकरण की संभावनाओं को कैसे देखता है?
लिन च्येन ने प्रश्नोत्तर में कहा कि एशिया-प्रशांत वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे गतिशील क्षेत्र है और विश्व आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण इंजन भी है. ऐसा तभी होता है जब क्षेत्र के देश शांतिपूर्ण विकास की प्रवृत्ति के अनुरूप होते हैं और समूह टकराव और जीरो-सम खेल का विरोध करते हैं, तभी एशिया-प्रशांत विश्व-प्रसिद्ध ‘एशिया-प्रशांत चमत्कार’ बन सकता है और वैश्विक विकास और स्थिरता का आधार बन सकता है. इस उपलब्धि की प्राप्ति कड़ी मेहनत से की गई है और सभी पक्षों द्वारा इसे और अधिक संजोने योग्य है.
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीन एपीईसी सम्मेलन के आयोजन से लाभ उठाकर सच्चे बहुपक्षवाद और खुले क्षेत्रवाद को कायम रखना जारी रखेगा, उच्च गुणवत्ता वाले विकास और उच्च स्तरीय खुलेपन के साथ एशिया-प्रशांत भागीदारों के लिए अधिक अवसर पैदा करेगा, ताकि हाथ मिलाकर खुलापन, समावेशिता, सृजनात्मक विकास, कनेक्टिविटी और जीत-जीत सहयोग वाले एशिया-प्रशांत साझा भविष्य वाले समुदाय की स्थापना की जा सके.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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