बेंगलुरु, 13 नवंबर . भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर का इस साल के त्योहारी सीजन में सकल माल मूल्य (जीएमवी) करीब 14 अरब डॉलर (करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये) से अधिक रहा है. पिछले त्योहारी सीजन के मुकाबले इसमें 12 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है. यह जानकारी बुधवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई.
रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि यह वृद्धि सभी कैटेगरी में मजबूत उपभोक्ता खर्च के कारण हुई है. इसमें क्विक कॉमर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, ब्यूटी और पर्सनल केयर (बीपीसी), होम फर्निशिंग एंड ग्रॉसरी शामिल हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि 15 सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच प्रीमियम प्रोडक्ट्स और लो एवरेज सेलिंग प्राइस (एएसपी) में उच्चतर संलग्नता देखी गई है, जो कि त्योहारी सीजन के दौरान उपभोक्ता बाजार की गतिशीलता को दर्शाता है.
रिपोर्ट में कहा गया कि हाई एएसपी प्रोडक्ट्स जैसे बड़े घरेलू उपकरणों और प्रीमियम इलेक्ट्रॉनिक्स की मेट्रो शहरों में अच्छी मांग रही. फैशन और बीपीसी में सस्ती वस्तुओं ने अन्य क्षेत्रों में फ्रीक्वेंसी और विकास को बढ़ावा देना जारी रखा है.
रेडसीर, एसोसिएट पार्टनर, कुशल भटनागर ने कहा कि 2024 का त्योहारी सीजन हमें भारत की (टियर 2+ ग्राहक) खर्च करने की क्षमता के बारे में आश्वस्त करता है. इन ग्राहकों का ई-कॉमर्स पर विश्वास और खर्च आने वाले समय में बढ़ेगा और इससे अगले कुछ वर्षों में ई-कॉमर्स में वृद्धि जारी रहेगी.
2024 में खर्च में छोटे शहरों में सबसे अधिक 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.
फैशन इस वित्तीय वर्ष में सामान्य व्यवसायिक(बीएयू) महीनों की तुलना में 3 गुना वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ती कैटेगरी के रूप में उभरा है. टियर 2+ शहरों में पारंपरिक पहनावे और एसेसरीज ने इस वृद्धि को बढ़ावा दिया.
रिपोर्ट में कहा गया कि लंबे समय तक मौसम गर्म रहने के कारण एयर कंडीशनर और बड़े उपकरणों सहित प्रीमियम इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग अधिक रही.
क्विक कॉमर्स ने भी अपनी पेशकश में इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरणों को शामिल किया और विस्तारित डिलीवरी घंटों के माध्यम से त्योहारी मांग को पूरा किया.
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एबीएस /