नई दिल्ली, 12 नवंबर . भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने महाराष्ट्र और झारखंड में मुस्लिम संगठनों द्वारा भाजपा के खिलाफ और विपक्षी गठबंधन के पक्ष में बयान जारी करने पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग हार की हताशा में ऐसे-ऐसे काम कर रहे हैं, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाना जरूरी है. उन्होंने महाराष्ट्र और झारखंड में विभिन्न मुस्लिम संगठनों की अपीलों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और उनके इंडी गठबंधन के सहयोगी मुसलमानों का वोट लेने के लिए मुस्लिम तुष्टिकरण का एजेंडा चला रहे हैं. ये सारी जमात (मुस्लिम संगठन) वही है, जिसने तीन तलाक का विरोध किया था. ये सभी मुस्लिम समाज में सुधार के विरोधी हैं. कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है. इसके बावजूद ऐसे तत्वों के बहाने चुनाव जीतने का षड्यंत्र करती है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘एक रहोगे तो सेफ रहोगे’ के बयान को और ज्यादा प्रासंगिक बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर कटाक्ष किया, चुनाव आयोग तक चले गए. देश की एकता से इन्हें परेशानी है, लेकिन देश को तोड़ने वाली ताकतों का ये खुला समर्थन लेते हैं. केरल में तो कम्युनिस्ट गठबंधन के मुख्यमंत्री तक प्रियंका गांधी पर वायनाड लोकसभा चुनाव में ऐसे तत्वों का समर्थन लेने का आरोप लगा रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ओबीसी और एससी समुदाय के आरक्षण का लाभ मुस्लिम समुदाय को देना चाहती है. यह संविधान के खिलाफ है और भाजपा इसका कड़ा विरोध करेगी. पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब के ‘पाकिस्तान लखनऊ तक होता’ वाले बयान की कड़ी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि वह सपा के सांसद रहे हैं. अखिलेश यादव को और उनके सहयोगी राहुल गांधी को भी इस पर सफाई देनी चाहिए.
उन्होंने योगी आदित्यनाथ और भगवा पर कांग्रेस अध्यक्ष के बयान की भी आलोचना करते हुए कहा कि खड़गे का बयान गैरजिम्मेदाराना है. भारत के तिरंगे में भी भगवा है और देश के सभी बड़े मंदिरों पर भी भगवा है. योगी आदित्यनाथ पर खड़गे का बयान शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है. भाजपा उनके बयान की निंदा करती है. वे (योगी आदित्यनाथ) जनता के वोट से चुन कर आए हैं, किसी की कृपा से नहीं बने हैं. उद्धव ठाकरे द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले शिंदे साहब का भी बैग चेक हुआ था. आप ईमानदार हैं और पैसा नहीं है तो बैग दिखाने में दिक्कत क्या है? आखिर बैग चेक होने पर उद्धव ठाकरे इतने परेशान क्यों हैं?
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एसटीपी/एबीएम