सीजेआई संजीव खन्ना की नियुक्ति जस्टिस एच आर खन्ना की विरासत को याद करने का पल : हितेश जैन

नई दिल्ली, 11 नवंबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता हितेश जैन ने सोमवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर जस्टिस संजीव खन्ना की नियुक्ति को गौरव का पल बताया.

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेना हमारे लिए न्याय का एक गौरवपूर्ण क्षण है. मुख्य न्यायाधीश खन्ना न केवल एक प्रतिष्ठित न्यायविद हैं, बल्कि उनकी नियुक्ति उनके अंकल दिवंगत न्यायमूर्ति एचआर खन्ना के बलिदानों का मान भी है.”

उन्होंने आगे कहा कि न्यायमूर्ति एचआर खन्ना को इस कारण से मुख्य न्यायाधीश बनने का मौका नहीं दिया गया क्योंकि उन्होंने कांग्रेस के 1975-1977 के आपातकाल के खिलाफ खड़े होने का साहस दिखाया था. उस समय इंदिरा गांधी की सरकार ने विरोध और लोकतंत्र को कुचल दिया था. यह शासन इतना दमनकारी था.

उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए आगे कहा, “और आज हम राहुल गांधी को संविधान का “रक्षक” कहते सुनते हैं. यह वही कांग्रेस है जिसने कभी अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया, संविधान में अपने हितों के लिए बदलाव किए, और उन लोगों को दंडित किया जो भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खड़े थे.”

उन्होंने पोस्ट में आगे कहा, “आज संविधान की “रक्षा” करने का कांग्रेस का आह्वान हास्यास्पद है. अगर मौका दिया जाए, तो इतिहास गवाह है कि वे संविधान को फाड़ने वाले पहले होंगे. जस्टिस एचआर खन्ना की कहानी याद दिलाती है कि कांग्रेस पार्टी के डीएनए में लोकतंत्र नहीं है. आइए आज जस्टिस एच आर खन्ना की उस विरासत को भी याद करें – कांग्रेस के अधिनायकवाद के खिलाफ साहस की विरासत. हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि किसने हमारे संविधान को खंडित करने की कोशिश की और कौन इसकी रक्षा के लिए खड़ा हुआ.”

उल्लेखनीय है कि भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख पूर्व जज एचआर खन्ना के भतीजे हैं. जस्टिस खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट के जज के पद पर भी रहे. उन्होंने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में भी काम किया. जस्टिस संजीव खन्ना को 18 जनवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नति किया गया था. वह कई ऐतिहासिक फैसलों का अहम हिस्सा रह चुके हैं.

एसएचके/एएस