नई दिल्ली, 9 नवंबर . नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) का उपाध्यक्ष बनने के बाद कुलजीत चहल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं का आभार जताया.
उन्होंने कहा, “हमने बतौर सदस्य भी प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का काम किया. हमने जी-20 का सफल आयोजन किया. लोगों तक पानी पहुंचाना हो, ग्रीन दिल्ली करना हो, स्कूल की समस्याओं का समाधान करना हो, अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करना हो, वो सबकुछ हमने एनडीएमसी के सदस्य के रूप में किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह नया भारत है, जो कि दिन-प्रतिदिन विकास के नए प्रतिमान गढ़ रहा है. हमारी कोशिश समाज के अंतिम पंक्ति तक बैठे व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है और हम इस दिशा में अनवरत पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “मैं आप सभी लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक हम लोग विकसित भारत के संकल्प को जमीन पर उतारने की दिशा में काम करते रहेंगे.”
उन्होंने आगे कहा, “मौजूदा समय में प्रदूषण एक सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरकर सामने आ रहा है. हम इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. हम लोग आम आदमी पार्टी की तरह आरोप-प्रत्यारोप का खेल नहीं खेलेंगे, बल्कि जमीन पर जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए काम करेंगे. इसके अलावा, एनडीएमसी में कुल 45 स्कूल हैं. इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं. इन स्कूलों को हम अपग्रेड करेंगे. स्कूलों में हम बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का काम करेंगे. हम स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे. हमारी कोशिश रहेगी कि प्रत्येक व्यक्ति तक विकास पहुंचे.”
इस बीच, उन्होंने औम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार को विश्व की सबसे झूठी सरकार बताया.
उन्होंने कहा, “आज हमारा शपथ ग्रहण समारोह है. शपथ ग्रहण समारोह बहुत बड़ी चीज होती है. इसके बाद ही आप एनडीएमसी के सदस्य बन सकते हैं. पहले केजरीवाल काउंसिल की मीटिंग से भागते थे और आज शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं आए. क्यों नहीं आए, उस पर हम आगे जवाब देंगे. चाहे कोई भी मुद्दा हो, लेकिन, केजरीवाल किसी भी बैठक में नहीं आए. इससे यह साफ जाहिर होता है कि वो अपने कामों को लेकर कितने गंभीर हैं.”
वहीं, एनडीएमसी की सदस्य सरिता तोमर ने शपथग्रहण के बाद कहा, “मैं सबसे पहले अपने शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद देना चाहूंगी, जिन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी. मैं अपनी सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन निष्ठापूर्वक करूंगी. लोगों की जो भी समस्याए हैं, उसका मैं निश्चित तौर पर समाधान करूंगी.”
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