तेहरान, 9 नवंबर, . ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने चेतावनी दी है कि लेबनान और गाजा में जारी युद्ध अगर और बढ़ा तो इसका असर पश्चिम एशिया से बाहर भी होगा. उन्होंने कहा कि इजरायल ने गाजा और लेबनान में युद्ध विराम स्थापित करने के सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया और इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय यहूदी राष्ट्र के अपराधों को रोकने में नाकाम रहा.
अराघची ने चेतावनी देते हुए कहा, “दुनिया को पता होना चाहिए कि अगर युद्ध फैलता है, तो इसके प्रतिकूल प्रभाव केवल पश्चिम एशिया क्षेत्र तक ही सीमित नहीं होंगे. असुरक्षा और अस्थिरता ऐसी चीजें हैं जो अन्य क्षेत्रों में भी फैल सकती हैं, यहां तक कि बहुत दूर तक भी.”
सरकारी ईरानी एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक तेहरान में ‘नसरल्लाह स्कूल ऑफ थॉट’ नामक एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने यह टिप्पणी की.
अराघची ने कहा कि इजरायल ने अपनी आक्रामकता और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन के कृत्यों को जारी रखते हुए न केवल क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को खतरे में डाला, बल्कि इसने नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती पैदा की.
अपने भाषण में, शीर्ष ईरानी राजनयिक ने चेतावनी दी कि इजरायली शासन ने लेबनान के खिलाफ हाइब्रिड युद्ध शुरू कर दिया. जिसमें सैन्य, खुफिया और मीडिया उपकरण शामिल हैं.
हालांकि, अघारची ने विश्वास जताया कि लेबनान का अभिजात वर्ग और राजनेता स्थिति को अच्छी तरह समझेंगे और इस कठिन समय को आम सहमति के साथ पार करेंगे.
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा, “लेबनान हर लेबनानी का घर है और यह देश हमेशा से मुसलमानों और ईसाइयों और अन्य धर्मों के अनुयायियों के लिए शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की भूमि रहा है और रहेगा.”
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