पटना, 7 नवंबर . लोक आस्था और सूर्योपासना के पर्व छठ के तीसरे दिन व्रतियों ने गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित दिया. पटना सहित पूरे बिहार में गंगा तट से लेकर विभिन्न जलाशयों के किनारे लाखों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की.
इस चार दिवसीय अनुष्ठान के अंतिम दिन शुक्रवार को व्रती सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. इसी के साथ छठ पूजा का समापन हो जाएगा. छठ पर्व को लेकर हजारों व्रती गंगा के छठ घाट पहुंचे. आम से लेकर खास तक भक्ति में डूब गए. छठ को लेकर पूरा बिहार भक्तिमय हो गया है. गंगा घाट से लेकर विभिन्न नदियों के तटों, तालाबों और जलाशयों पर भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास पर सूर्य को अर्घ्य दिया. उनके परिजन छठ पर्व कर रहे हैं.
बिहार सरकार के नगर विकास मंत्री नितिन नबीन के सरकारी आवास पर भी छठ पूजा का आयोजन किया गया है. यह व्रत नितिन नबीन की पत्नी ने किया है. घर के सदस्यों और खुद मंत्री नितिन नबीन ने डूबते सूर्य को अर्घ्य किया. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का परिवार भी सूर्योपासना में डूबा है. उन्होंने भी डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने हाजीपुर के कोनहारा घाट पहुंचकर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया. इस दौरान उन्होंने छठ व्रतियों से भी आशीर्वाद लिया. छठ पर मोहल्लों से लेकर गंगा तटों तक यानी पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे. राजधानी पटना की सभी सड़कें दुल्हन की तरह सजी हैं.
छठ पर्व को लेकर गंगा घाटों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. राजधानी की मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई की गई है.
बुधवार शाम व्रतियों ने भगवान भास्कर की आराधना की और खरना किया था. खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास प्रारंभ हो गया. पर्व के चौथे और अंतिम दिन यानी शुक्रवार को उगते सूर्य के अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं का व्रत समाप्त हो जाएगा. इसके बाद व्रती फिर अन्न-जल ग्रहण कर ’पारण’ करेंगे.
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एमएनपी/एबीएम