रांची, 6 नवंबर . झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार में युवाओं की नौकरी और प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित गड़बड़ियों का मुद्दा जोर-शोर से उठ रहा है. इसे लेकर सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियों एवं उनके नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप और जुबानी जंग का सिलसिला तेज है. बुधवार को इस मुद्दे को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोशल मीडिया पर आमने-सामने हो गए.
बाबूलाल मरांडी ने जहां हेमंत सोरेन पर जेएसएससी-सीजीएल की परीक्षा में एक-एक सीट को 25 लाख रुपए में बेचने का आरोप मढ़ा, वहीं इसके जवाब में हेमंत सोरेन ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि इस आरोप की सीबीआई, ईडी या दुनिया की किसी भी एजेंसी से जांच करा लीजिए और मेरी एक भी गलती निकल जाए तो मुझे 50 साल के लिए जेल में डाल दीजिए.
पूर्व सीएम और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने नौकरी की सीटें बेचने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “काम के दाम मांगते, ऐसी तो अभिलाषा है, झूठ और अन्याय की, हेमंत इकलौती परिभाषा है. भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ने के बाद हेमंत सरकार ने युवाओं के सुनहरे भविष्य को बर्बाद करने का निर्णय लिया है, इसी का नतीजा है कि जेएसएससी-सीजीएल में नौकरी देने के नाम पर सीट बेची जा रही है.”
उन्होंने आगे लिखा, ”छात्रों के भविष्य और सपनों की कीमत लगाकर हेमंत सोरेन एवं उनके सहयोगी अपना पेट भरने में मस्त हैं, एक-एक सीट के लिए 25-25 लाख रूपये तक की बोली लग रही है, जिसके कारण छात्रों का हाल दिन-ब-दिन बदतर होता जा रहा है. हाल यह है कि हेमंत सरकार में ऐसी रीति बन गई है कि पढ़ने वाले पढ़ते रहे, पैसे वाले बढ़ते रहें.”
बाबूलाल मरांडी के इस पोस्ट पर हेमंत सोरेन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने मरांडी को संबोधित करते हुए लिखा, ”आपके पास ईडी है, सीबीआई है और दुनिया की सभी एजेंसियों का कुनबा है. आप किसी भी एजेंसी से जांच करवा लीजिए. अगर युवाओं के मुद्दों पर एक गलती निकल जाए तो मुझे 5 महीने नहीं 50 साल के लिए जेल डाल दीजिए. मैं उफ्फ नहीं करूंगा.”
सोरेन ने इस मामले में पूर्व की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, ”आपके रघुवर दास जी द्वारा विरासत में मुझे जो परेशानियां, अबूझ नीतियां दी गई, उन सबको दूर करते हुए हम लगातार परीक्षा ले रहे हैं, पर आपके और आपके दल द्वारा पोषित कोचिंग माफिया और गैंग द्वारा जो लगातार झूठे केस पर केस कर परीक्षाओं को बाधित किया जा रहा है, उसे कौन नहीं जानता.”
सोरेन ने आगे लिखा, ”जब मैंने लीक रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया. आपने उसे काला कानून बताकर राजभवन से लेकर विधानसभा में हंगामा किया. आख़िर किसके हित साध रहे थे आप? आप लगातार नियुक्तियों को लटका रहे हैं. आख़िर अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा की सिद्धि हेतु कितना गिरेंगे आप?”
सोरेन ने कहा, ”झारखंड सरकार में लंबित हर एक नौकरी आपके दल के तमाम अड़चनों एवं साज़िशों के बावजूद मैं ही राज्य के युवाओं को दूंगा.”
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एसएनसी/एबीएम