वैशाली, 6 नवंबर . बिहार के वैशाली जिले का हाजीपुर अपने चिनिया केले के लिए दुनिया भर में खासा मशहूर है. हालांकि कुछ महीने पहले आए तूफान के कारण केले की पैदावार प्रभावित हुई. प्राकृतिक मार के बावजूद छठ ने व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान फेर दी है. व्यापारियों का दावा है कि छठ पर्व से पहले ही करीब 13 करोड़ रुपए का कारोबार हो चुका है.
बुधवार को से केले के व्यापारियों ने बताया कि पैदावार में कमी के बावजूद बिक्री ठीक ठाक हुई है.
पिछले महीने केले की पैदावार में कमी आने के बाद कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, असम, बंगाल और तमिलनाडु से 150 ट्रक केला मंगाया गया था. व्यापारी धीरज सिंह ने बताया कि अगले दो दिनों में केले के 50 और ट्रक मंगाए जाएंगे, जिससे इसके कारोबार में और बढ़ोतरी होगी.
व्यापारी धीरज सिंह ने को बताया कि छठ पूजा के लिए जो प्रसिद्ध केला होता है, वो हाजीपुर का ही होता है. लेकिन, 3-4 महीने पहले जो आंधी आई थी, उसमें हाजीपुर के सारे केलों को क्षति पहुंची थी. इसके बाद केले की आपूर्ति को पूरा करने के लिए हमको इसको बाहर के राज्यों से मंगाना पड़ा.
उन्होंने बताया कि छठ पूजा के कारण केले की डिमांड बढ़ गई. व्यापारी ने केले से भरे एक ट्रक मंगाने में करीब सात लाख रुपए लागत की बात बताई. इससे उन्होंने अंदाजा लगाया कि अकेले हाजीपुर मंडी में करीब 12 से 13 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ.
एक अन्य व्यापारी नगीना कुमार शाह ने बताया कि आंधी-तूफान के कारण हाजीपुर का पूरा केला गिर गया, जिसके कारण मद्रास से भारी मात्रा में केले मंगवाए गए.
बता दें कि वैशाली के हाजीपुर में केले की भारी मांग है. लोकपर्व छठ की शुरुआत केले की मांग में और बढ़ोतरी देखी गई, हालांकि कुछ महीने पहले आए आंधी में हाजीपुर के केले बर्बाद हो गए थे, जिसके कारण व्यापारियों को बाहरी राज्यों से फल को मंगाना पड़ा.
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एससीएच/केआर