स्विगी आईपीओ का वैल्यूएशन अधिक, पैसे लगाने से पहले निवेशक जोखिम का रखें ध्यान : एंजेल वन

नई दिल्ली, 5 नवंबर . ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन ने कहा है कि स्विगी की 11,327 करोड़ रुपये की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में कई जोखिम और चुनौतियां हैं, जिन पर संभावित निवेशकों को विचार करना चाहिए.

साथ ही बताया कि कंपनी का अधिक वैल्यूएशन, लगातार हो रहा घाटा, इसकी दीर्घकालिक स्थिरता के बारे में चिंता पैदा करता है.

ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की वेबसाइट पर आईपीओ को लेकर जारी किए गए ब्लॉग में कहा गया कि 2014 में अपनी स्थापना के बाद से ही कंपनी लगातार नुकसान दर्ज कर रही है और कैश फ्लो भी नकारात्मक बना हुआ है, इससे कंपनी के मुनाफे में आने को लेकर चिताएं पैदा कर दी है.

एंजेल वन ने आगे कहा कि कड़ी प्रतिस्पर्धा और उच्च परिचालन लागत के कारण आय वृद्धि पर असर देखने को मिल सकता है.

फूड डिलीवरी कंपनी का आईपीओ 6 से 8 नवंबर के बीच रिटेल निवेशकों के लिए खुल रहा है.

एंजेल वन के मुताबिक, स्विगी की ओर से अपनी आय का 16.46 प्रतिशत हिस्सा विज्ञापन पर खर्च किया जा रहा है. अगर इसका दक्षता से प्रबंधन नहीं किया गया तो इसका सीधा असर कंपनी के मुनाफे पर होगा.

एंजेल वन ने सलाह देते हुए कहा कि निवेशकों को निवेश करने से पहले जोखिमों पर सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए.

इससे पहले सैमको सिक्योरिटीज ने निवेशकों के लिए जारी किए गए एक नोट में कहा कि जब तक स्विगी बेहतर वित्तीय परिणाम और स्थायी विकास के लिए एक स्पष्ट रास्ता नहीं दिखाती तब तक इंतजार करना निवेशकों के लिए अधिक विवेकपूर्ण फैसला होगा.

ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में स्विगी ने घाटा दर्ज किया था. हाल ही में मुनाफे में आई इसकी मुख्य प्रतिद्वंदी कंपनी जोमैटो के मुकाबले स्विगी की मौजूदा वित्तीय स्थिति, बाजार में प्रतिस्पर्धा और वैल्यूएशन को देखते हुए आईपीओ ओवर-वैल्यूड प्रतीत होता है.

एबीएस/