छठ पूजा को लेकर दिल्ली में सरकार से निराश दिखे श्रद्धालु

नई दिल्ली, 4 नवंबर . लोक आस्था का पर्व छठ शुरू हो रहा है. राजधानी दिल्ली के लोगों में भी पर्व को लेकर खुशी का माहौल है. दिल्ली वाले छठ पूजा के दिन (7 नवंबर) सरकारी अवकाश के ऐलान के बाद महापर्व को लेकर और अधिक उत्साहित हैं. हालांकि, वह पूजा के लिए मिलने वाली सरकारी सहायता को लेकर थोड़े निराश भी दिखे.

दिल्ली के अलग-अलग इलाके में छठ घाट की तैयारियां जोर-शोर से होने लगी है. वेस्ट दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा के चौखंडी इलाके में भी छठ घाट की तैयारियां की जा रही है. छठ पूजा समिति के लोग छठ घाट पर लगातार हो रहे कामों की निगरानी कर रहे हैं, साथ ही छठ पूजा समिति के पदाधिकारी का साफ तौर पर कहना है कि स्थानीय आप पार्षद की तरफ से तो थोड़ी मदद मिल रही है लेकिन सरकार की तरफ से जितनी मदद मिलनी चाहिए वह बिल्कुल भी नहीं मिलती.

समिति के पदाधिकारी की माने तो शुरुआती दौर में तो सरकारी मदद मिली लेकिन इसके बाद से वह लगातार सरकारी सहायता के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. जबकि यह घाट रजिस्टर्ड घाट है और सरकार की लिस्ट में इस घाट का नाम भी है लेकिन तब भी यहां अनदेखी की जा रही है. अगर, वहां के स्थानीय लोग खुद पहल न करें तो उन्हें पूजा के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

उनके अनुसार छठ घाट पर लगभग 1500 व्रती पूजा करने आते हैं और यहां सैकड़ों की संख्या में लोग रहते हैं. लेकिन, सरकारी मदद नहीं मिलने की वजह से पूजा समिति ही पैसों के साथ-साथ तमाम इंतजाम करती है. इस बार तो व्रतियों की संख्या को देखते हुए पार्क में एक और घाट बनाने की तैयारी चल रही है.

पूजा समिति से जुड़े सदस्यों का कहना है कि सरकार की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिलने से वे निराश हैं. उन्होंने बताया कि नेता आते हैं और फोटो खिंचवाते और चले जाते हैं. लेकिन जिस तरह की मदद इतने बड़े स्तर पर होने वाले पूजा के लिए सरकार की तरफ से मिलना चाहिए, वह अभी तक नहीं मिली है.

एएमजे/एबीएम