इस्लामाबाद, 4 नवंबर . पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी राज्य बलूचिस्तान में पुलिस, सुरक्षा बलों और आतंकवाद निरोधी विभाग (सीटीडी) ने एक संयुक्त ऑपरेशन चला कर तीन आतंकियों को मार गिराया. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई.
सीटीडी ने एक बयान में कहा कि यह घटना रविवार को प्रांत के मुसाखेल जिले में हुई, जहां कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने सड़क किनारे ‘आतंकवादियों’ की संभावित गतिविधि के बारे में सूचना मिलने के बाद अभियान चलाया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बयान में कहा गया कि अभियान के दौरान उस समय गोलीबारी शुरू हो गई जब सुरक्षा बलों का सामना प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के 10 से 12 ‘आतंकवादियों’ से हुआ. इसमें कहा गया कि ‘आतंकवादियों’ को मार गिराया गया और गिरफ्तार कर लिया गया. बाकी घटनास्थल से भाग गए.
बयान में कहा गया कि भाग रहे “आतंकवादियों” को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है.
बयान के मुताबिक अभियान के दौरान आतंकवादियों से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया, शवों को अस्पताल ले जाया गया और गिरफ्तार ‘आतंकवादियों’ से पूछताछ की जा रही है.
पाकिस्तान के लिए आतंकवाद एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. अक्टूबर के दौरान देश में अलग-अलग आतंकी हमलों में कुल 198 लोग मारे गए और 111 अन्य घायल हो गए. इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) ने शनिवार को यह जानकारी दी.
पीआईसीएसएस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, आतंकवादी हमलों की संख्या में मामूली कमी के बावजूद, ‘अक्टूबर’ वर्ष का दूसरा सबसे घातक महीना बनकर उभरा है. इससे पहले अगस्त है जब ऐसी घटनाओं में 254 लोग मारे गए और 150 अन्य घायल हुए.
मारे गए लोगों में 89 आतंकवादी, 62 सुरक्षाकर्मी और 38 नागरिक शामिल हैं, जबकि हमलों में 56 नागरिक, 44 सुरक्षाकर्मी और 11 आतंकवादी घायल हुए.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार थिंक टैंक ने कहा कि पिछले महीने आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 81 प्रतिशत मौतें लड़ाकों की हुईं.
पीआईसीएसएस के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में 68 घटनाओं के साथ आतंकवादी हमलों में 12 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन सितंबर की तुलना में मौतों की संख्या में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
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पीएसएम/एमके