महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : भाजपा के पूर्व सांसद और बागी उम्मीदवार गोपाल शेट्टी ने नामांकन वापस लिया

मुंबई, 4 नवंबर . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. महाविकास अघाड़ी (एमवीए) और महायुति दोनों ही सत्ता में आने और बने रहने के लिए अपने-अपने प्रयासों में जुटी हुई हैं. इस बीच, बागी उम्मीदवारों की गतिविधियों ने दोनों गठबंधनों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है.

राजनीतिक हलकों में बागी उम्मीदवारों की चर्चा जोरों पर है. ये उम्मीदवार न केवल अपने-अपने दलों के लिए चुनौतियां पेश कर रहे हैं, बल्कि सभी प्रमुख गठबंधनों की चुनावी रणनीतियों को भी प्रभावित कर रहे हैं. ऐसे में, भाजपा के लिए सोमवार को एक राहत भरी खबर सामने आई है.

भाजपा के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने बोरिवली विधानसभा क्षेत्र से अपने नामांकन को वापस लेने की घोषणा की है. उन्होंने भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार संजय उपाध्याय के खिलाफ नामांकन दाखिल किया था. पूर्व सांसद शेट्टी का यह निर्णय भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि इससे पार्टी की स्थिति मजबूत होगी और चुनावी मैदान में उनकी रणनीति को मजबूती मिलेगी. शेट्टी का नामांकन वापस लेना भाजपा के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो पार्टी को अपने आधिकारिक उम्मीदवार के लिए एकजुट होने का अवसर प्रदान करेगा.

इससे पहले, पुणे में कस्बा विधानसभा क्षेत्र से बागी कांग्रेस नेता मुख्तार शेख ने भी अपना नामांकन वापस लेने का फैसला लिया है. उन्होंने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के आधिकारिक उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर का समर्थन करने का फैसला लिया है. मुख्तार शेख के इस कदम से महाविकास अघाड़ी को मजबूत समर्थन मिला है, शेख के समर्थक भी अब एमवीए के साथ रहेंगे.

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी. चुनाव आयोग के अनुसार, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पूर्व में कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 9.63 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 4.97 करोड़ पुरुष वोटर हैं, जबकि 4.66 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं. इसके अलावा 1.85 करोड़ युवा वोटरों की उम्र 20 से 29 साल के बीच है. वहीं, 20.93 लाख वोटर पहली बार मतदान में हिस्सा लेंगे. 12.43 लाख वोटरों की उम्र 85 साल से अधिक है. इसके साथ ही ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 6,031 है.

पीएसके/जीकेटी