बेंगलुरु, 3 नवंबर . कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने रविवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक जनता के हितों को लेकर बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है. यह पार्टी राज्य के लोगों का इस्तेमाल सिर्फ अपना राजनीतिक हित साधने के लिए करती है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने पिछले दो सालों में किसी भी विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए कोई भी फंड आवंटित नहीं किया है. सरकार के इस रवैये से साफ जाहिर हो रहा है कि इन्हें सूबे के लोगों के विकास से कोई सरोकार नहीं है. अगर होता तो आज सूबे के लोगों को ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता.
उन्होंने राज्य सरकार को भ्रष्टाचारी बताया. कहा कि मौजूदा सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है. जनता के हितों को नजरअंदाज कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है और इसका सीधा असर राज्य के विकास पर पड़ रहा है.
उन्होंने दावा किया है कि कर्नाटक में जितनी भी सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है, उन सभी सीटों पर भाजपा जीत का परचम लहराएगी. आज की तारीख में जनता को इस बात का एहसास हो रहा है कि उन्होंने कांग्रेस को मौका देकर कितनी बड़ी गलती की है और इस बात का एहसास कांग्रेस को इस उपचुनाव में जरूर होगा.
यही नहीं, उन्होंने सिद्धारमैया सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में हिंदू किसानों की जमीनों पर अधिकार जमाया जा रहा है. इसके अलावा, जिन जमीनों पर मंदिरों और मठों का निर्माण हुआ है, उसे भी हथियाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम इस कोशिश को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे. हम यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं कि कोई सरकार जनता के हितों पर हमला करे. वहीं, मंदिरों और मठों पर भी हमले हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले सिद्धारमैया ने सूबे की जनता को एक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा किया था. लेकिन, मुडा प्रकरण ने उनके दोहरे व्यक्तित्व को सामने रख दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की सिद्धारमैया के पास न ही क्षमता है और न योग्यता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को समस्त विश्व ने सहर्ष स्वीकार किया है. लेकिन, कुछ लोग दुराग्रह से प्रेरित होकर केंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं. देश की जनता सच्चाई जानती है.
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एसएचके/केआर