केदारनाथ में धरातल पर हुआ है विकास का काम, भाजपा दर्ज करेगी जीत : खजान दास

देहरादून, 2 नवंबर . केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां आमने-सामने हैं. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कांग्रेस उम्मीदवार के जीत का दावा किया है.

गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती हरीश रावत सरकार के कार्यकाल के दौरान ऑल वेदर रोड परियोजना की शुरुआत की गई थी. वर्तमान सरकार इसे आगे बढ़ा रही है. केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के पूर्व के विकास कार्यों को देखते हुए जनता कांग्रेस प्रत्याशी को ज‍िताकर विधानसभा में भेजने का काम करेगी.

गणेश गोदियाल के ऑल वेदर रोड परियोजना के दावे को लेकर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष खजान दास ने कहा कि कांग्रेस केवल आरोप लगाना जानती है. ऑल वेदर रोड परियोजना के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताता हूं. केदारनाथ विधानसभा की जनता प्रदेश और केंद्र सरकार के विकास कार्यों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को ज‍िताएगी.

उन्होंने कहा कि पार्टी में चुनाव से जुड़ी हुई सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी हो गई है और सभी नेता केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर चुनाव प्रचार में जुटे हैं. केदारनाथ हमारी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. पीएम मोदी और सीएम धामी ने विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है.

कांग्रेस पार्टी ने मनोज रावत को उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं भाजपा ने आशा नौटियाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.

दरअसल केदारनाथ विधानसभा सीट भाजपा विधायक शैला रानी रावत के निधन के कारण रिक्त हुई थी. केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. बद्रीनाथ और मंगलौर के उपचुनावों के परिणाम के बाद केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस पार्टी दोनों के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह है.

इसी साल जुलाई में हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बद्रीनाथ और मैंगलोर दोनों सीटों पर जीत दर्ज की थी. लगातार दो उपचुनाव जीतने के बाद उत्तराखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस केदारनाथ विधानसभा सीट जीतने की योजना पर काम कर रही है. उत्तराखंड के हालिया उपचुनाव नतीजों ने आगामी केदारनाथ विधानसभा सीट पर रोमांचक मुकाबले के लिए मंच तैयार कर दिया है.

2022 के विधानसभा चुनावों के बाद से राज्य में चार सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, जिनमें भाजपा और कांग्रेस ने दो-दो सीटें जीती हैं.

एकेएस/