चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद झारखंड की नई मुख्य सचिव बनीं अलका तिवारी

रांची, 1 नवंबर . झारखंड में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया के बीच 1988 बैच की आईएएस अधिकारी अलका तिवारी को राज्य का नया मुख्य सचिव बनाया गया है. वह अक्टूबर महीने में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से झारखंड लौटी हैं. इसके बाद वह राजस्व पर्षद की सदस्य के रूप में पदस्थापित की गई थीं. मुख्य सचिव के पद पर उनकी नियुक्ति भारतीय निर्वाचन आयोग की सहमति के बाद की गई है. राज्य के कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग ने शुक्रवार दोपहर बाद उनकी नियुक्ति की जानकारी दी.

इसके पहले राज्य में करीब 11 महीने से मुख्य सचिव के रूप में पदस्थापित रहे 1988 बैच के आईएएस एल. खियांग्ते 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो गए. राज्य सरकार उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार देना चाहती थी. इसके लिए निर्वाचन आयोग के पास राज्य सरकार की ओर से एक प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन इस पर स्वीकृति नहीं मिली.

एल. खियांग्ते ने सेवानिवृत्ति के एक दिन बाद शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. सोरेन ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, “झारखंड सरकार के मुख्य सचिव पद से एल. ख्यांगते जी सेवानिवृत्त हुए हैं. झारखंड राज्य को अपनी सेवा देने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार, जोहार. आपका भविष्य सुखमय हो, यही कामना करता हूं.”

राज्य की नई मुख्य सचिव अलका तिवारी केंद्र में रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय और नीति आयोग में सलाहकार के पद पर पदस्थापित रही थीं. पहले वह झारखंड के विभिन्न विभागों में प्रधान सचिव सहित कई जिलों के उपायुक्त के रूप में सेवा दे चुकी हैं. वह राज्य की तीसरी महिला मुख्य सचिव हैं. उनसे पहले लक्ष्मी सिंह और राजबाला वर्मा इस पद पर रह चुकी हैं. अलका तिवारी 30 सितंबर 2025 को सेवा निवृत्त होंगी.

एसएनसी/एकेजे