भारत और इंडोनेशिया के बीच आतंकी शिविरों पर हमले के लिए ‘गरुड़ शक्ति अभ्यास’

नई दिल्ली, 1 नवंबर . भारतीय सेना शुक्रवार को आर्मी एविएशन कोर दिवस मना रही है. यह 39वां आर्मी एविएशन कोर डे है. वहीं, 1 नवंबर से ही भारत और इंडोनेशिया के बीच ‘गरुड़ शक्ति अभ्यास’ प्रारंभ हो रहा है. खास बात यह है कि इस अभ्यास का नेतृत्व भारत की ओर से पैराशूट रेजिमेंट द्वारा किया जा रहा है. यहां दोनों देशों की सेनाए आतंकवादी शिविरों पर हमले का अभ्यास करेंगी. यहां आधुनिक हथियारों का भी अभ्यास किया जाएगा.

दोनों देशों के बीच होने वाला यह एक महत्वपूर्ण संयुक्त अभ्यास है. इस अभ्यास के 9वें संस्करण में भाग लेने के लिए 25 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी सिजानतुंग, जकार्ता, इंडोनेशिया के लिए रवाना हुई है.

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह अभ्यास दोनों सैन्य टुकड़ियों को अपने संबंध मजबूत करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा. यह साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने और दो मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में भी कार्य करेगा.

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारत और इंडोनेशिया के बीच यह अभ्यास 1 से 12 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा. भारतीय दल का प्रतिनिधित्व पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है और 40 कर्मियों वाले इंडोनेशियाई दल का प्रतिनिधित्व इंडोनेशियाई विशेष बल कोपासस द्वारा किया जा रहा है.

अभ्यास गरुड़ शक्ति-2024 का उद्देश्य दोनों पक्षों को एक-दूसरे की संचालन प्रक्रियाओं से परिचित कराना, दोनों सेनाओं के विशेष बलों के बीच आपसी समझ, सहयोग और अंतरसंचालनीयता को बढ़ाना है.

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह अभ्यास द्विपक्षीय सैन्य सहयोग विकसित करने, सामरिक सैन्य अभ्यासों की चर्चा और रिहर्सल के माध्यम से दो सेनाओं के बीच संबंध मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. अभ्यास में विशेष अभियानों की योजना और कार्यान्वयन, विशेष बलों के कौशल को आगे बढ़ाने के लिए अभिविन्यास, हथियार, उपकरण, नवाचारों, रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं पर जानकारी साझा की जाएगी.

संयुक्त अभ्यास गरुड़ शक्ति-2024 सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ दोनों देशों की जीवनशैली और संस्कृति के बारे में जानकारी हासिल करने का अवसर देता है. इसके अलावा जंगल इलाके में विशेष बलों के संचालन का संयुक्त अभ्यास किया जाएगा. आतंकवादी शिविरों पर हमले और उन्नत विशेष बलों के कौशल को एकीकृत करने वाला अभ्यास भी इसमें शामिल है.

जीसीबी/एबीएम